
राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में बैंक या एटीएम से पैसे निकालना अभी भी बहुत बड़ी जंग है. ज्यादातर जगहों पर बैंकों के पास या तो कैश नहीं है या फिर इतना कम है कि तमाम ग्राहकों को मायूस लौटना पड़ रहा है.
पीएम मोदी ने कानपुर में की थी रैली
लेकिन सोमवार को कानपुर में प्रधानमंत्री मोदी की रैली का असर कहिए या फिर चुनाव की चिंता, कानपुर के लोगों की नए नोटों की दिक्कत काफी कम हो गई है. सोमवार को पीएम मोदी ने अपनी रैली में नोटबंदी की वजह से हो रही दिक्कतों को लेकर काफी सफाई दी और सहयोग करने के लिए लोगों को धन्यवाद भी दिया.
बदली-बदली दिखी बैंकों की तस्वीर
लेकिन इसी दिन आजतक ने कानपुर के कई बैंक और एटीएम में जाकर नोटबंदी की दिक्कतों का जायजा लेने की कोशिश की तो तस्वीर काफी बदली हुई दिखी. बैंक ऑफ इंडिया, इंडसइंड बैंक और यूको बैंक में लोगों की लंबी लाइन नदारद थी और चेक से लोगों को आसानी से 24,000 रुपए तक मिल रहे थे.
कैश की कमी से बैंक मैनेजर नाराज
पीएम मोदी की रैली कानपुर के जिस रेलवे ग्राउंड में हो रही थी, वहीं से कुछ दूर आंध्रा बैंक के मैनेजर खासे नाराज थे. उनकी शिकायत थी कि उनके बैंक को जरूरत के अनुसार कैश नहीं मिल रहा है. बैंक का ATM भी खराब पड़ा था और बैंक के मैनेजर के.बी. सिंह ने बताया कि ₹500 के नोट बिल्कुल नहीं मिल पा रहे हैं. ₹100 के नोट बैंक को मिल तो रहे हैं लेकिन ऐसे खस्ताहाल कि उन्हें ATM मशीन में डाला नहीं जा सकता. मजबूरी में उनका बैंक कई ग्राहकों को भारी भरकम रकम भी ₹10 के सिक्कों में दे रहा है.
ग्रामीण इलाकों की स्थिति अब भी खराब
₹10 के सिक्कों में ग्राहकों को हजारों रुपए देते हुए इंडसइंड बैंक भी दिखा. लेकिन जिन ATM मशीनों में सिर्फ ₹2000 के नोट निकल रहे हैं कानपुर में वहां पर बिल्कुल भीड़ नहीं है. कानपुर वालों को इंतजार है तो सिर्फ ₹500 के नोट का. हालांकि कानपुर के ग्रामीण इलाकों में स्थिति अभी भी सुधरी नहीं है.