
देशभर में मॉनसून के सीजन में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है. यूपी के आगरा में भी डेंगू का खतरा कई गुना बढ़ गया है. यहां डेंगू-2 स्ट्रेन के एक या दो नहीं, बल्कि 13 मरीज मिले हैं. 24 सितंबर को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से 25 मरीजों के सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजे गए थे.
अब जब जांच रिपोर्ट सामने आई है तो जिले में हड़कंप मच गया है. 13 मरीजों की जांच रिपोर्ट में डेंगू टू के स्ट्रेन के होने की पुष्टि हुई है. डॉक्टरों ने बताया है कि डेंगू के 4 स्ट्रेन सामने आए हैं. डेन वन , डेन टू , डेन 3 और डेन 4. इन सब में डेन 2 स्ट्रेन सबसे खतरनाक है.
डेन 2 स्ट्रेन से पीड़ित मरीजों की मौत की संख्या भी सबसे ज्यादा है. डेंगू का डेन टू स्ट्रेन सबसे खतरनाक माना जा रहा है चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू का टू स्ट्रेन सबसे भयावह है. इसके पीड़ित मरीजों की तबीयत तेजी से बिगड़ती है और खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है. डेंगू टू का स्ट्रेन सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.
वहीं, दूसरी ओर पूरे यूपी की बात करें तो यह के विभिन्न जिलों से डेंगू और वायरल बुखार के 1,500 से अधिक मामले सामने आए हैं. सेंट्रल यूपी, बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. फिरोजाबाद में अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है. जिले में 450 से अधिक लोगों के अस्पतालों में स्थिति खराब है. इसके अलावा प्रयागराज से अब तक 97 डेंगू-वायरल मामले सामने आ चुके हैं. आगरा, गाजियाबाद और नोएडा से भी डेंगू और वायरल फीवर के केस सामने आए हैं.