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किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पर आज होगी खाप महापंचायत, 150 गांव से पहुंचेंगे नेता

किसान नेताओं ने गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खापों की महापंचायत बुलाई है. तकरीबन डेढ़ सौ गांव से यहां पर अलग-अलग खाप के नेता पहुंचने वाले हैं.

गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन करते किसान नेता गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन करते किसान नेता
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 17 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 12:03 PM IST
  • दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी
  • किसानों के समर्थन में होगी खाप महापंचायत

22 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन में आज एक नया मोड़ आ सकता है. किसान नेताओं ने गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खापों की महापंचायत बुलाई है. तकरीबन डेढ़ सौ गांव से यहां पर अलग-अलग खाप के नेता पहुंचने वाले हैं. तीन हफ्ते से ज्यादा किसान आंदोलन चल रहा है और यहां पर गांव से पहुंचकर लोग इस आंदोलन को अपना समर्थन देंगे.

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश जाटों का गढ़ माना जाता है और यहां पर सैकड़ों गांव ऐसे हैं जहां पर खाप पंचायत चलती है. इस महापंचायत में बालियान खाप के 84 गांव, देश खाप के 84, गठवाला खाप के गठवाला खाप के 52 गांव, बत्तीसा खाप के 32 गांव, अहलावत खाप के 11 गांव और चौगामा खाप के 4 गांव के नेता शामिल होंगे.

भारतीय किसान यूनियन के मेरठ प्रमंडल के उपाध्यक्ष रविंद्र धोराजिया बताते हैं कि सरकार खाप नेताओं को आने में रोक टोक कर रही है. कई जगहों पर हाईवे पर पुलिस बल हमारे ट्रैक्टर ट्रॉली और किसानों के वाहनों को रोक रहा है, फिर भी बड़ी संख्या में किसानों और खाप नेताओं के आने की संभावना है.

खाप पंचायत गुरुवार को दोपहर बाद शुरू होगी, जो शाम तक चलने की संभावना है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा के खाप पंचायत भी एक महापंचायत आज कर सकते हैं. किसान नेताओं की मानें तो महापंचायत का रोल किसान आंदोलन को समर्थन भर देने का है उनके नीति निर्देशन का नहीं. आगे की रणनीति तो किसान नेताओं के द्वारा ही तय की जाएगी.

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हालांकि, अगर महापंचायत के सैकड़ों गांव किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे देते हैं तो इससे आंदोलन की ताकत और बढ़ने की उम्मीद है.

 

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