
यूपी के अमरोहा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दो साल पहले बेटी की हत्या का आरोप पिता और भाई पर लगा था. इसकी वजह से दोनों को लगभग साल भर जेल में बिताना पड़ा. इसके बाद परिजनों को बेटी जिंदा मिल गई. तब जाकर पिता और बेटे की जमानत हुई.
इसके बाद पीड़ित परिवार ने 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. फिलहाल दोनों मामले की सुनवाई अदालत में चल रही है. मामला थाना आदमपुर इलाके के मलकपुर गांव का है. यहां की रहने वाली कमलेश 6 महिने पहले अचानक अपने घर से गायब हो गई थी.
पास के गांव में मिली थी कमलेश
परिजनों ने पुलिस से कमलेश को तलाशने की गुहार लगाई. पुलिस ने उल्टा पिता सुरेश और उसके भाई ब्रजकिशोर को कमलेश की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. अचानक एक दिन गांव के ही एक युवक ने कमलेश को पास के ही गांव पोरारा में देखा. घर आकर उसने यह बात पीड़ित परिवार को बताई.
हाई कोर्ट ने दी पिता-पुत्र को जमानत
फिर ग्रामीणों ने और पीड़ित परिवार ने इकट्ठे होकर कमलेश को पकड़कर घर ले आए. फिर कथित मृतक कमलेश को पुलिस के सामने पेश किया गया. यह देख पुलिस भी अवाक हो गई और कमलेश को नारी निकेतन भेज दिया. पूरा मामला सामने के बाद साक्ष्यों के आधार पर हाईकोर्ट ने पिता और पुत्र को जमानत दे दी.
फिलहाल, मामले अदालत में 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया. मगर, पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के एक साल बाद भी उनके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल अब तक नहीं हो पाई है. पीड़ित परिवार आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजने की गुहार लगा रहा है.