
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर सदर सीट से विधायक आजम खान के खिलाफ बुधवार को जान से मारने की धमकी देने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
आजम खान के अलावा पांच अज्ञात के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर दर्ज कराने वाले युवक ने कहा है कि आजम खान के लोगों ने उसे घरआकर धमकाया और जान से मारने की धमकी दी है. पीड़ित ने कहा, 'मुझे यतीम खाना वक्फ मामले में गवाही देने से रोका जा रहा है.'
दरअसल, साल 2019 में भी आजम खान के खिलाफ नन्हें ने यतीम खाना वक्फ से संबंधित मामले में शिकायत दर्ज कराई थी.
समाजवादी पार्टी की सरकार के समय यतीम खाना वक्फ की भूमि को खाली कराने के लिए मकानों को तोड़कर जबरन खाली कराया गया था. फिर जब यूपी में बीजेपी की सरकार आई तो 2019 में तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खान सहित आजम खान के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें मकान तोड़े जाने से लेकर लूटपाट और जान से मारने की धमकी और आपराधिक षड्यंत्र जैसी गंभीर धाराएं लगी थीं. उसी मामले में आज रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में गवाही होनी थी.
हालांकि अदालत जाने से पहले ही नन्हें के घर बुधवार सुबह करीब 9.30 बजे पांच अज्ञात लोग पहुंचे और कहने लगे, 'आज तुम्हारी आजम खान के मामले में गवाही होनी है, हमें आजम खान जो पूर्व मंत्री हैं उन्होंने भेजा है. आपको मुकदमे में उनके खिलाफ गवाही नहीं देनी है. अगर गवाही दी तो तुम्हारा बुरा हाल होगा.'
नन्हें ने कोतवाली थाने में पुलिस से कहा, 'मैं डरा हुआ हूं, मेरी रिपोर्ट दर्ज कर मेरी गवाही कराई जाए.' इसके बाद कोतवाली पुलिस ने नन्हें की शिकायत पर आजम खान सहित पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
रामपुर के एसपी अशोक कुमार शुक्ला ने नन्हें द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर कहा है कि सदर विधायक आजम खान के खिलाफ कई मामले लोअर कोर्ट, सत्र न्यायालय, हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में चल रहे हैं. जिनमें आए दिन गवाही होती रहती है. आज जो एफआईआर दर्ज हुई है उसकी जांच की जा रही है. पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराई गई है.
हाल ही में जेल से रिहा हुए हैं आजम खान
यूपी में जब बीजेपी की सरकार आई तो आजम खान पर 90 मुकदमे दर्ज किए गए. आजम खान 27 महीने बाद सीतापुर जेल से कुछ दिनों पहले ही रिहा हुए हैं.
आजम खान को सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है लेकिन उनकी जमानतें जब भी मंजूर होती थी कोई ना कोई नया मुकदमा या एफआईआर उनके खिलाफ दर्ज हो जाती थी जिस वजह से वो जेल से बाहर नहीं आ पाते थे.
उन्हें जेल से बाहर आने में 27 महीने लग गए. सुप्रीम कोर्ट के एक विशेष जमानती आदेश के बाद उनपर दर्ज मुकदमों को लेकर नाराजगी जताई गई थी. उसके बाद से आजम खान पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था.