
Firozabad News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकालने वाले लोगों की पहचान के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़े-बड़े बैनर लगवाए हैं. इनमें 24 वांछित लोगों के फोटो छपे हैं. बैनर पर छपी तस्वीरों में अधिकांश युवक मुंह ढके हुए हैं. मुंह का थोड़ा हिस्सा ही दिखाई दे रहा है. फिलहाल यह बैनर नालबंध चौकी, जाटव पूरी, रसूलपुर और रामगढ़ इलाके में लगाए गए हैं.
बता दें कि नालबंद चौकी इलाके में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी है. 10 जून को यहां सबसे ज्यादा प्रदर्शन किए गए थे. 20 दिसंबर 2019 को सीएए, एनआरसी प्रोटेस्ट में इस चौकी में आग लगा दी गई थी और फायरिंग भी हुई थी. पुलिस ने सांकेतिक तौर पर इसी चौकी से बैनर लगाना शुरू किया है. अभी जो 24 लोगों के बैनर लगे हैं, सबके चेहरे ढंके हुए हैं. यह भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि जिनके बैनर लगे, वे इलाके के हैं या बाहर के रहने वाले हैं.
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पुलिस ने थाना रसूलपुर में जो केस दर्ज किया है, उसमें 7 नामजद और 80 अज्ञात हैं. इसमें से अभी तक 16 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार तिवारी का कहना है कि उन्होंने अभी पोस्टर जारी किए हैं, एक एल्बम बनाई जा रही है. उलेमाओं और शहर के नामचीन लोगों से बात की जा रही है, ताकि यह पता लग सके कि आखिर यह शख्स कौन हैं और इनके चेहरे क्यों ढंके हुए हैं.
एसएसपी ने कहा कि जो फिरोजाबाद में जुमे की नमाज के बाद में गलियों में लोगों ने इकट्ठा होकर नारेबाजी की थी, उन लोगों के चेहरे ढंके हुए थे. इनकी पहचान के लिए हमारे मुस्लिम लीडर्स, हमारे उलेमा और नागरिकों से सहयोग लिया जा रहा है. उनके फोटो दिखाए जा रहे हैं. उन्होंने कानून तोड़ा है, इसलिए इनका पकड़ा जाना जरूरी है.