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चंदौली: घरों में घुसा बाढ़ का पानी, छत पर रहने को मजबूर लोग, किसान भी बेहाल

चंदौली में गंगा और गंगा की सहायक नदियां उफान पर हैं. जिसकी वजह से जिले के डेढ़ दर्जन से ज्यादा गांव तो पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. वहीं कई दर्जन ऐसे गांव भी हैं जहां बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. चंदौली के नियामताबाद ब्लॉक के रौना गांव की रहने वाली मनीषा तिवारी ने बताया कि पांच दिन पहले जब उफनाई गंगा का पानी रौना गांव तक पहुंचा.

चंदौली में बाढ़ का कहर चंदौली में बाढ़ का कहर
उदय गुप्ता
  • चंदौली,
  • 13 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 4:37 PM IST
  • गंगा के रौद्र रूप का सामना कर रहा चंदौली
  • दर्जनों गांवों में घुसा पानी, फसलें हुईं बर्बाद

पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में गंगा का रौद्र रूप दिखाई दे रहा है. जनपद में गंगा नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही हैं और बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों में घुस चुका है. एक तरफ बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूब गई है. वहीं कई जगहों पर सड़के भी पानी से डूब गई हैं और घरों में भी पानी घुस गया है. आलम यह है कि लोग छतों पर आशियाना बना कर रहने के लिए मजबूर हैं. बाढ़ का सितम कुछ इस कदर है कि लोगों को अभी से आने वाले दिनों की चिंता सताने लगी है कि बाढ़ के चलते फसल बर्बाद हो गई. तो बच्चों की पढ़ाई लिखाई और उनकी शादियां कैसे हो पाएंगी.

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चंदौली में गंगा और गंगा की सहायक नदियां उफान पर हैं. जिसकी वजह से जिले के डेढ़ दर्जन से ज्यादा गांव तो पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. वहीं कई दर्जन ऐसे गांव भी हैं जहां बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. चंदौली के नियामताबाद ब्लॉक के रौना गांव की रहने वाली मनीषा तिवारी ने बताया कि पांच दिन पहले जब उफनाई गंगा का पानी रौना गांव तक पहुंचा. बाढ़ का पानी जब मनीषा के घर मे घुसा तो आनन फानन में मनीषा और उनके परिजन घर मे रखा अनाज और गृहस्ती का सामान लेकर छत पर चले गए.अब यह परिवार प्लास्टिक की पन्नी डालकर छत पर ही रह रहा है.

फसलें हुई बर्बाद

बाढ़ के पानी ने इस गांव के किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया है. बताते चलें कि चंदौली को धान का कटोरा कहा जाता है और इस कृषि प्रधान जनपद में ज्यादातर लोग खेती किसानी पर ही आश्रित है. अब, जब बाढ़ के पानी ने इनके खून पसीने से सींचकर खड़ी की गई फसल को बर्बाद कर दिया है. तो इनके माथे पर भविष्य को लेकर चिंता की लकीरें साफ साफ दिखाई देने लगी हैं. 

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जानवरों को भी परेशानी

बाढ़ से प्रभावित चन्दौली के किसान रमाशंकर बताते हैं कि गांव में बिजली नहीं है, पानी की समस्या है, आम जनता को आने जाने की दिक्कत हो रही है, लैट्रिन बाथरूम जाने में भी समस्या है. यहां पर नाव की व्यवस्था होनी चाहिए. स्थिति दयनीय है. सब रास्ते चारों तरफ से बंद है. खेती तो पूरी खत्म हो गई है. जानवरों को खाने के लिए भी दिक्कत हो रही है.  

बाढ़ में खेलते नजर आए युवा

लगातार हो रही बारिश की वजह से उफनाई नदियों ने एक तरफ जहां कोहराम मचाया हुआ है और लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बाढ़ का पानी कई जगहों पर लोगों के लिए खेल कूद और आनंद उठाने का सबब भी बन रहा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में आजतक के कैमरे में एक ऐसी ही तस्वीर कैद हुई. यहां कुछ युवक बाढ़ के पानी मे वॉलीबॉल खेल रहे थे और बिना डर भय के जमकर लुत्फ उठा रहे थे.


 

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