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UP: महोबा एसपी रहे मणिलाल पाटीदार विजिलेंस जांच में दोषी, जल्द दर्ज होगी IPS के खिलाफ FIR

UP News: कभी महोबा के पुलिस कप्तान रहे और अब 1 लाख के इनामी फरार IPS मणिलाल पाटीदार यूपी पुलिस की विजिलेंस जांच में दोषी पाए गए हैं. शासन ने एफआईआर दर्ज करने की विजिलेंस की सिफारिश को मंजूर कर लिया है. जल्द मणिलाल पाटीदार और उनके साथ शामिल पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज होगी.

मणिलाल पाटीदार पर FIR दर्ज होगी. (फाइल फोटो) मणिलाल पाटीदार पर FIR दर्ज होगी. (फाइल फोटो)
संतोष शर्मा
  • लखनऊ/महोबा,
  • 07 मई 2022,
  • अपडेटेड 9:25 AM IST
  • सस्पेंड चल रहे हैं IPS मणिलाल पाटीदार
  • इंद्रकांत त्रिपाठी मौत मामले में लगे थे आरोप

उत्तर प्रदेश में महोबा के क्रेशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद से फरार चल रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार की वसूली का खेल विजिलेंस जांच में उजागर हुआ है. मणिलाल पाटीदार को जांच में दोषी पाया गया है. सितंबर 2020 में महोबा में एसपी रहे मणिलाल पाटीदार को चंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद सरकार ने सस्पेंड कर दिया था और 11 सितंबर 2020 को विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए थे. 

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विजिलेंस जांच में सामने आया कि महोबा में थानेदारों की पोस्टिंग में जमकर लेन-देन हुआ. महीने की वसूली को लेकर मणिलाल पाटीदार ने थानेदारों को कई बार हटाया और तैनात किया. थाना प्रभारियों की तैनाती को लेकर डीजीपी मुख्यालय के निर्देशों तक का भी पालन नहीं किया गया.

वहीं, पैसा देकर थानेदारों की पोस्टिंग होने के बाद जिले में मातहत पुलिसकर्मियों ने जमकर वसूली की और लोगों को प्रताड़ित किया. विजिलेंस ने आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करने की शासन से मंजूरी मांगी थी, जिसे मुख्यमंत्री दफ्तर ने मंजूर कर लिया है. जल्द मणि लाल पाटीदार पर विजिलेंस की तरफ से एफआईआर दर्ज होगी.

₹5 लाख घूस मांगने का आरोप

बता दें कि साल 2020 में महोबा के क्रेशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की गोली लगने से मौत हुई थी. गोली लगने से पहले इंद्रकांत त्रिपाठी ने एक वीडियो वायरल कर एसपी मणिलाल पाटीदार पर ₹5 लाख घूस मांगने का आरोप लगाया था.

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इंद्रकांत त्रिपाठी के परिवार ने इसे हत्या करार दिया. एफआईआर दर्ज हुई. सरकार ने इस मामले में 3 आईपीएस अफसरों की एसआईटी गठित की. एसआईटी जांच में त्रिपाठी की मौत को तो आत्महत्या बताया, लेकिन महोबा में थानेदारों की ट्रांसफर पोस्टिंग में बड़े खेल की पुष्टि की, जिसके बाद शासन ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे.

1 लाख का इनाम

बता दें कि इस मामले में मणिलाल पाटीदार को ससपेंड कर डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया था. लेकिन आईपीएस मणिलाल पाटीदार  डीजीपी मुख्यालय में आमद कराने के बजाय फरार हो गए और अब तक फरार हैं. फिलहाल यूपी पुलिस ने मणिलाल पाटीदार पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा है.

 

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