
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के एसएसपी वैभव कृष्ण के आरोपों पर जांच शुरू हो गई है. दरअसल, एसएसपी वैभव कृष्ण ने कुछ पुलिस अधिकारियों पर ट्रांसफर रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया था. इस पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हम इस पूरे मामले को देख रहे हैं.
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अगस्त महीने मे पुलिस की तरफ से पांच पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. पूरी रिपोर्ट में पुलिस के तरफ से बताया गया था कि कैसे पत्रकार अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रहे थे. चार अभी भी जेल में हैं. एक फरार चल रहा है. एसएसपी नोएडा ने इस मामले गोपनीय दस्तावेज भेजे थे. मेरठ जोन के अधिकारी भी इन सबूतो को जांच रहे थे. 26 दिसंबर को एडीजी जोन ने इस मामले गंभीरता को देखते हुये पंद्रह दिन का वक्त मांगा गया था.
एसएसपी नोएडा का वीडियो हुआ वायरल
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इसी बीच एसएसपी नोएडा का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें नोएडा में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी जांच एसपी हापुड़ कर रहे हैं. आईजी मेरठ जोन इसको मॉनिटर कर रहे हैं. इसी बीच ये भी पता चला है कि कुछ गोपनीय दस्तावेज जो एसएसपी नोएडा ने जो सरकार को भेजा था वो लीक हो गया है.
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इस मामले मे नोएडा के एसएसपी से पूछताछ की जा रही है कि आखिरकार उन्होंने गोपनीय दस्तावेज को क्यो लीक किया. ऑल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल की धारा 9 के तहत पूछताछ होगी. इस गोपनीय दस्तावेज मे पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी मनोज भदौरिया का भी नाम हैं.