
अखिलेश सरकार में मंत्री रह चुके गायत्री प्रजापति के लिए मुश्किलों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. रेप के चार्ज पर जेल में सजा काट रहे गायत्री प्रजापति पर अब ईडी का भी एक्शन हो गया है. उनकी 10 बीघा जमीन को जांच एजेंसी ने अपने कब्जे में ले लिया है.
जानकारी दी गई है कि गायत्री प्रजापति ने सपा सरकार में मंत्री रहते हुए अपने नौकर के नाम पर इंद्रजीत खेड़ा गांव में 10 बीघा जमीन ली थी. उस जमीन पर गायत्री प्लाटिंग का काम करवा रहे थे. लेकिन जब ईडी को शक हुआ तो तुरंत इंद्रजीत खेड़ा गांव में एक टीम पहुंची और उनकी जमीन को अपने कब्जे में ले लिया.
अब उस जमीन को सिर्फ कब्जे में नहीं लिया गया है, बल्कि ईडी ने बकायदा वहां पर एक बोर्ड भी लगा दिया है. उस बोर्ड में लिखा हुआ है कि धन संशोधन अधिनियम 2002 (PMLA) की धारा 8(4) के अंतर्गत यह जमीन प्रवर्तन निदेशालय के कब्जे में है. अगर कोई भी इस जमीन पर अतिक्रमण करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि गायत्री की जमीन पर कब्जा करने अकेले ईडी की टीम नहीं आई थी, बल्कि जांच एजेंसी अपने साथ मोहनलालगंज तहसील के राजस्व कर्मी भी साथ लेकर आई थी. अब ये कोई पहली बार नहीं है जब गायत्री प्रजापति विवादों में रहे हों.
सपा सरकार में जब वे मंत्री हुआ करते थे, उन पर और छह अन्य लोगों पर चित्रकूट की एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी संग गैंगरेप का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि वह मंत्री गायत्री प्रजापति से मिलने उनके आवास पर पहुंची थी. जिसके बाद मंत्री और उनके साथियों ने उसको नशा दे दिया और नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था और गायत्री और उनके साथियों को जेल भेज दिया गया.