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20 माह, 308 हादसे, 217 मौतें... हमीरपुर में आवारा पशुओं के कारण खूनी हुआ हाईवे

उत्तर प्रदेश में आवारा पशु सिरदर्द बने हुए हैं. आवारा पशुओं के कारण अकेले हमीरपुर जिले में ही एनएच-34 पर पिछले 20 महीने में ही 308 सड़क हादसे हुए हैं. इन हादसों में 217 लोगों की मौत हुई है. एनएच-34 कानपुर और महोबा जिले से भी गुजरता है. इन जिलों में हुए हादसे अलग हैं. ये हाईवे आवारा पशुओं के कारण निरंतर हादसों का गवाह बन रहा है.

सिरदर्द बने आवारा पशु सिरदर्द बने आवारा पशु
नाह‍िद अंसारी
  • हमीरपुर,
  • 07 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:42 PM IST

यूपी के हमीरपुर जिले में आवारा पशुओं के कारण नेशनल हाईवे पर हादसे बढ़ गए हैं. बीते 20  महीने के आंकड़ों पर नजर डालें तो इसी अवधि में अकेले हमीरपुर में ही 308 सड़क हादसे हुए हैं. इन हादसों में 217 लोग जान गंवा चुके हैं और 553 घायल हुए हैं. हमीरपुर में बढ़े सड़क हादसों का सब से बड़ा कारण आवारा पशु बताए जा रहे हैं जो सड़कों को ही अपना ठिकाना बनाए हुए हैं.

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हमीरपुर जिले से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे 34 की पहचान खूनी हाईवे की हो गई है. इस हाईवे पर गायों के के झुंड के झुंड का दिखना आम बात है. यही झुंड रात के समय हादसों का सबब बन रहे हैं. इस हाईवे पर अब तक यातायात नियमों का पालन न करने पर बीते दो साल में लोगों की मौत हो चुकी है. तीन सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं.

ये हाल तब है जब अकेले हमीरपुर जिले में 303 सरकारी गौशाला बनी हुई है. हमीरपुर से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे 34 की जिले में लंबाई लगभग 40 किलोमीटर है, जबकि यह हाईवे कानपुर से महोबा तक जाता है. इस 40 किलोमीटर में बीते दो साल में अनगिनत हादसे हुए हैं. रात के समय जब दो वाहन आमने सामने होते हैं तब रोड पर बैठा जानवर दिखाई नहीं देता है और छोटे वाहन या बाइक सवार हादसे का शिकार हो जाते हैं.

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सड़क पर आम हो गया है गायों का झुंड

IRAD ऐप से निकाले गए आंकड़ों के अनुसार दो साल में हमीरपुर सदर कोतवाली इलाके में हुए हादसों में 34 लोगों की मौत हुई है जबकि 47 लोग घायल हुए हैं. सुमेरपुर थाना क्षेत्र में हुए हादसों में 54 लोगों की मौत हुई है जबकि 107 लोग घायल हुए हैं. कुछ इसी तरह से मौदहा कोतवाली क्षेत्र में भी हादसों में 30 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 151 लोग घायल हुए हैं.

गायों की वजह से बढ़ी हादसों की तादाद

इसे लेकर आईरेड प्रभारी रामचंद्र से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि जनवरी 2021 से अब तक जिले में 308 सड़क हादसे हुए हैं. IRAD ऐप के माध्यम से जिले के अन्य स्टेट हाईवे पर हुए हादसों के आंकड़े भी निकले हैं. इसमें राठ क्षेत्र में दो साल के दौरान 25 लोगों की मौत हुई है जबकि 99 घायल हुए हैं. जरिया में 20 लोगों की मौत हुई और 51 लोग घायल हुए थे. इसी तरह बिवार में 15 मौतें 23 घायल, कुरारा में 12 मौतें 35 घायल, मुस्करा में 10 मौतें 10 घायल, मझगवां में 7 मौतें 8 घायल, ललपुरा में 4 मौतें 11 घायल, सिसोलर में 3 मौतें 6 घायल, चिकासी में 2 लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल हुआ था.

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