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नौकरों के नाम पर फैक्ट्री, नोटों का अंबार... गुटखा किंग के यहां छापा डालने गए अफसर रह गए हैरान, देखें video

हमीरपुर में गुटखा कारोबारी जगत गुप्ता के घर पर रेड का वीडियो सामने आया है. सीजीएसटी और स्टेट बैंक के अफसर नोटों की गिनती कर रहे हैं. कई मशीनों से करोड़ों रुपये की गिनती की जा रही है. आस-पास नोटों के बंडल लगे पड़े हैं. यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है.

गुटखा कारोबारी के घर से बरामद नोट गुटखा कारोबारी के घर से बरामद नोट
नाह‍िद अंसारी
  • हमीरपुर,
  • 15 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST
  • गुटखा कारोबारी के घर से करोड़ों रुपये बरामद
  • 18 घंटे तक चली थी रेड, मंगानी पड़ी थी मशीनें

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में गुटखा कारोबारी जगत गुप्ता के घर पर सीजीएसटी की टीम की छापेमारी का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में सीजीएसटी और स्टेट बैंक के अफसर नोटों की गिनती कर रहे हैं. कई मशीनों से करोड़ों रुपये की गिनती की जा रही है. आस-पास नोटों के बंडल लगे पड़े हैं. यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है.

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दरअसल, पान मसाला व्यापारी के घर पर करीब 18 घंटे की सीजीएसटी की रेड के बाद 6 करोड़ 31 लाख 11 हजार 800 रुपये की बरामदगी हुई थी. सीजीएसटी टीम ने 80 लाख रुपए का माल भी पान मसाला फैक्ट्री से बरामद किया था. थाना सुमेरपुर इलाके पान मसाला व्यापारी जगत गुप्ता घर में ही फैक्ट्री लगाकर दयाल पान मसाला बनाता था.

कौन है जगत गुप्ता

हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे के पुरानी गल्ला मंडी (थाने के पीछे) रहने वाला जगत गुप्ता पहले गल्ला का कारोबार करता था. वह इस व्यापार में पूरी तरह से फेल गया था. इसने अपने दो दोस्तों को पार्टनर बनाकर 2001 में गुटखा बनाने का कारखाना अपने घर में लगाया था. शुरू में इसने चन्द्रमोहन ब्रांड का रजिस्ट्रेशन कराया.

यहां देखें नोटों की गिनती का वीडियो-

कुछ ही समय में इस ब्रांड का गुटखा बुन्देलखंड के आसपास के जिलों में मशहूर हो गया था. इस कारोबार से उसकी किस्मत ही चमक गई. सीजीएसटी टीम की रेड में गुटखा कारोबारी और उसके सगे भाई के ठिकाने से टैक्स चोरी का बड़ा मामला पकड़ा गया है. सीजीएसटी के कमिश्नर सोमेश तिवारी ने बताया कि 6.31 करोड़ से अधिक की नगदी मिली है.

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जगत गुप्ता के घर के अलावा गुटखा कारोबारी के रिश्तेदार रामऔतार गुप्ता, सहदेव गुप्ता के आवास के साथ ही बिरहाना रोड कानपुर स्थित इनकी फर्मों के कंसस्टेंट कीर्ति शंकर शुक्ल के दफ्तर की भी तलाशी कराई गई है. इससे पहले 2011 में तत्कालीन डीएम जी. श्रीनिवास ने भी गुटखा फैक्ट्री में छापेमारी की थी.

2011 में अवैध कारोबार और टैक्स चोरी में डीएम ने फैक्ट्री को सील कर दिया था. बताते हैं कि उस समय दो स्थानों पर मशीनें लगाकर गुटखा का कारोबार चल रहा था. कार्रवाई के बाद कई महीने तक फैक्ट्री बंद रही थी. इस छापेमारी में राकेश गुप्ता के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई गई थी.

डीएम श्रीनिवास के तबादले के बाद जगत गुप्ता ने दोनों पार्टनरों को कारोबार से अलग कर दिया था और 2013 में "नौकर" के नाम रजिस्ट्रेशन कराकर दयाल ब्रांड के नाम से कारोबार शुरू किया था. इस ब्रांड का गुटखा बुन्देलखंड और आसपास के जिलों की बाजार में खूब बिक रहा है.

 

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