
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में 5,488 अपात्र लोगों ने अपने राशन कार्ड निरस्त करने के प्रार्थना पत्र जमा करके मंडल में पहला स्थान प्राप्त किया है. चित्रकूट धाम मंडल के चारों जिलों में अबतक 12117 राशन कार्ड सरेंडर के आवेदन जमा हो चुके हैं, जिसमें हमीरपुर जिले में सर्वाधिक राशन कार्ड सरेंडर हुए हैं.
हमीरपुर जिले में सरकारी वसूली के आदेश से घबराए अपात्र राशन कार्ड धारक अब नोटबंदी की तरह राशन कार्ड सरेंडर कराने के लिए लंबी कतार लगा रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में अब तक 5488 राशन कार्ड धारकों ने निरस्तीकरण के लिए आवेदन संबंधित विभाग में दिए हैं, जबकि सरेंडर करने की अंतिम तिथि 20 मई तय है.
इसके लिए मात्र एक ही दिन बचा है. कार्ड जमा करने वालों में अधिकांश कार्ड धारक पात्र गृहस्थ हैं. जिला पूर्ति विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, जिले में कुल 2 लाख 3,279 पात्र गृहस्थी व 36018 अन्त्योदय कार्ड धारक हैं. 8 लाख 15 हजार 755 लाभार्थी पात्र गृहस्थी व एक लाख 23 हजार 383 अन्त्योदय लाभार्थी खाद्यान्न योजना का लाभ ले रहे हैं.
10 मई को जारी आदेश के बाद अब तक 5488 कार्ड धारकों ने राशन निरस्त करने के लिए आवेदन किए हैं. वहीं बुधवार को सबसे अधिक 2160 कार्ड सरेंडर किए गए, जिसमें 43 अन्त्योदय कार्ड धारक शामिल हैं, जिसमें राठ से 767, मौदहा 709, सरीला 219 व सदर से 465 कार्ड सरेंडर के आवेदन जमा कराए गए हैं.
इन मानकों पर निरस्त होंगे राशन कार्ड
शासन से मिले निर्देश के मुताबिक, परिवार में चार पहिया वाहन, एसी, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, पांच एचपी जनरेटर, साढ़े सात एकड़ जमीन कार्ड धारक के पास नहीं होने चाहिए. 20 मई तक अपात्र कार्ड धारक अगर कार्ड जमा नहीं करता और वह परिवार बराबर राशन ले रहा है तो गेहूं की बाजार भाव 24 रुपये किलो व चावल की 32 रुपये किलो की दर से रिकवरी की जाएगी.
5488 कार्ड हुए सरेंडर
जिला पूर्ति अधिकारी हमीरपुर रामजतन यादव ने बताया कि 10 मई से लेकर 19 मई तक कुल 5488 कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड निरस्त किए जाने के आवेदन किए हैं, जिनमें सबसे अधिक पात्र गृहस्थी के 5436 व अन्त्योदय के 52 कार्ड धारक शामिल हैं. अपने राशन कार्ड निरस्त करने वालो की वैसी ही भीड़ उमड़ रही है, जैसी नए राशन कार्ड बनवाने के लिए होती थी.