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हापुड़ फैक्ट्री ब्लास्ट: मालिक मेरठ का, किराए पर चलाता था कोई और... बनाता था प्लास्टिक के कारतूस

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में कैमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है. हादसे में कई लोग घायल भी हैं. यह घटना हापुड़ जिले के पुलिस थाना धौलाना औद्योगिक क्षेत्र की है.

धमाका इतनी तेज था कि 10 किलोमीटर दूर तक इस धमाके की आवाज सुनी गई. धमाका इतनी तेज था कि 10 किलोमीटर दूर तक इस धमाके की आवाज सुनी गई.
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2022,
  • अपडेटेड 2:21 AM IST
  • इस फैक्ट्री का सालभर पहले लिया गया था लाइसेंस
  • ब्लास्ट के बाद मौके से क्षत-विक्षत हालत में शव बरामद

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के इंडस्ट्रीयल एरिया में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां एक फैक्ट्री का बॉयलर फटने से 12 लोगों की मौत हो गई. जबकि 15 लोग जख्मी हो गए. इस घटना के बाद सरकार ने जांच का आदेश दिया है. इसके लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है. लेकिन इस घटना को लेकर तमाम सवाल उठने लगे हैं. इसके साथ ही चौंकाने वाली जानकारियां भी सामने आ रही हैं. इस फैक्ट्री का एक साल पहले ही लाइसेंस लिया गया था. जिसके नाम लाइसेंस था, उसने किसी दूसरे को चलाने के लिए दे दिया था.

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बताते चलें कि हापुड़ के इंडस्ट्रीयल एरिया को यूपीसीडा ने बसाया है और ये इलाका उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल अथॉरिटी के नाम से जाना जाता है. यहां पर सैकड़ों फैक्ट्रियां बनी हुई हैं. तमाम लोगों ने इंडस्ट्री लगाई है. यह वह इलाका है जहां पर प्लॉट नंबर F 128 में रूही इंडस्ट्री नाम की फैक्ट्री चलाई जा रही थी. दोपहर 3 बजे थे अचानक इस फैक्ट्री में जबरदस्त ब्लास्ट हो गया और आग लग गई. 

ब्लास्ट के बाद क्षत-विक्षत हालत में मिले शव

धमाका इतनी तेज था कि 10 किलोमीटर दूर तक इस धमाके की आवाज सुनी गई. मौके पर पहुंचे फायर टेंडर ने किसी तरह आग पर काबू पाया और लोगों को निकाला जाने लगा तो पता चला कि लोगों के क्षत-विक्षत शव अंदर से बरामद हुए. 

मालिक ने किराए पर दे रखी थी फैक्ट्री

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दरअसल, ये इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स बनाने की फैक्ट्री है जिसका लाइसेंस 2021 में लिया गया था. जिलाधिकारी हापुड़ ने बताया कि इस फैक्ट्री में केमिकल या फिर ऐसे ही धमाके जैसी चीज कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है. आईजी परवीन कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि इस फैक्ट्री के मालिक का नाम दिलशाद है जो मेरठ का रहने वाला है. हाल ही में उसने इस फैक्ट्री को वसीम नाम के शख्स को किराए पर दे दिया था. 

ब्लास्ट में फैक्ट्री संचालक भी घायल

वसीम हापुड़ का रहने वाला है. पुलिस दोनों ही आरोपियों को तलाशने की कोशिश कर रही है. बताया जा रहा है कि इस धमाके में वसीम भी घायल हुआ है, जिसका किसी अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में फैक्ट्री के अंदर और बाहर कुछ प्लास्टिक के लंबे-लंबे कारतूस जैसी चीजें बरामद हुई हैं. 

प्लास्टिक के कारतूसों में बारूद का होता था इस्तेमाल?

पुलिस का कहना है कि ऐसा लगता है कि जो टॉय गन में इस्तेमाल होते हैं ऐसे कारतूस भी यहां बनाए जा रहे थे जिसकी जांच की जा रही है. माना जा रहा है इन कारतूसों में बारूद इस्तेमाल हो रहा था. जिसके चलते इतना बड़ा धमाका हुआ है. हापुड़ पुलिस और फॉरेंसिक टीम के अलावा ड्रोन के जरिए भी पूरी फैक्ट्री की मैपिंग की गई है. उसके फुटेज लिए गए हैं ताकि यह पता चले कि किस धमाके का कितना बड़ा असर पूरी बिल्डिंग पर हुआ. 

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ब्लास्ट से टुकड़ों में बिखर गया लोहे का सामान

हैरानी की बात यह है कि धमाका इतना तेज था कि इसके आसपास की बिल्डिंग में छतें टूट गई. बिल्डिंग से कंटेनर के बड़े-बड़े लोहे के टुकड़े दूर तक हवा में बिखर गए. घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ब्लास्ट कितना भयावह था.
 

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