
हाथरस गैंगरेप कांड की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. मंगलवार को सीबीआई की टीम एक्शन में दिखाई दी और हाथरस के बुलगढ़ी गांव में अलग-अलग इलाकों पर पहुंची. यहां क्राइम सीन से लेकर दाह संस्कार वाली जगह का सीबीआई ने दौरा किया, इसके अलावा पीड़िता की मां, भाई और आसपास के लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली. सीबीआई की टीम लगातार अपनी जांच को इस मामले में आगे बढ़ा रही है.
सीबीआई ने मंगलवार को हाथरस में क्या किया?
सीबीआई की टीम ने सोमवार को केस से जुड़े कागजात और डायरी इकट्ठा कर लिए थे. जिसके बाद मंगलवार को जांच का एक्शन शुरू हुआ. सुबह करीब 11 बजे सीबीआई की टीम क्राइम सीन पर पहुंची, जहां 14 सितंबर की घटना हुई थी. यहां वीडियोग्राफी की गई, पूरे इलाके को सील किया गया और आसपास की जगह को जांचा गया. सीबीआई ने इस जगह करीब चार घंटे का वक्त बिताया, पीड़िता के भाई और मां को भी क्राइम सीन पर बुलाकर सवाल पूछे.
जिस स्थान पर पीड़िता का दाह संस्कार किया गया था, सीबीआई की टीम वहां पर भी पहुंची. इस दौरान पीड़िता का बड़ा भाई भी सीबीआई टीम के साथ रहा, जिसने पूरी घटना का वर्णन किया. इसी के बाद सीबीआई की टीम पीड़िता के भाई को अपने साथ गेस्ट हाउस ले गई, जहां उसे चार घंटे रखने के बाद छोड़ दिया गया.
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सीबीआई ने क्या पूछा?
सीबीआई की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर वीडियोग्राफी की, पूरे इलाके को मापा और फिर भाई को बुलाकर सवाल किए. सूत्रों की मानें, तो सीबीआई ने पीड़िता के भाई से ये सवाल किए थे...
• आपको वारदात की जानकारी कैसे हुई?
• आपने उस दिन क्या-क्या देखा था?
• आप कैसे अपनी बहन को लेकर अस्पताल पहुंचे?
• वारदात के वक्त पीड़िता की हालत कैसी थी?
• आपने मौका-ए-वारदात पर किस-किस आरोपी को देखा था?
जिस दिन वारदात हुई उस दिन पीड़िता अपनी मां के साथ मौजूद थी. ऐसे में सीबीआई ने पीड़िता की मां को भी मौके पर बुलाया और पूरी जानकारी ली. सूत्रों के मुताबिक CBI ने पूछा...
• वारदात के वक्त वो किस जगह मौजूद थीं?
• उस वक्त पीड़ित बेटी ने उनसे क्या कहा था?
• खेतों में कोई और भी था जिसे आपने देखा हो?
• क्या आपने मदद के लिए किसी को आवाज लगाई?
• आवाज लगाई थी तो कौन-कौन आया था?
सीबीआई के सामने पीड़ितों के बयान बेहद अहम हैं, क्योंकि सीबीआई को जब जांच मिली तबतक बहुत समय गुजर चुका है. ऐसे में सीबीआई के सामने भी चुनौती है कि वो सच को कितनी परतों से खंगा कर लाती है. सीबीआई से पहले इस मामले की जांच को यूपी सरकार के द्वारा गठित एसआईटी कर रही थी.