
पिछले एक हफ्ते से उत्तर भारत की सियासत में तहलका मचाने वाला हाथरस कांड का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए सर्वोच्च अदालत में एक जनहित याचिका लगाई गई है, जिस पर सुनवाई चल रही है.
फिलहाल, वारदात की सच्चाई और आरोपों को लेकर भी अपने-अपने दावे सामने आ रहे हैं. एक आरोपी लवकुश की मां का कहना है कि उनके बेटे ने पीड़िता की मदद की कोशिश की थी, लेकिन उसे भी फंसा दिया गया. उनका दावा है कि उनके बेटे ने लड़की की मदद की थी. आरोपी लवकुश की मां का कहना है कि उसके बेटे ने पीड़ित की मदद की थी, लेकिन उसे भी फंसा दिया गया.
लवकुश की मां ने कहा कि घटना के वक्त वो भी पीड़िता के पास पहुंची थीं. आरोपी की मां ने कहा कि उन्होंने घायल पड़ी लड़की से पूछा कि क्या हुआ? तब लड़की ने बताया कि उसे संदीप ने मारा है. आरोपी की मां ने कहा, 'इसके बाद मैंने अपने बेटे से कहा कि पानी लेकर आओ. मेरे बेटे ने बस पानी पिलाया है. पानी अमृत की जगह मेरे बेटे के लिए जहर बन गया है. मुझे यह नहीं पता कि मेरे बेटे को किस बात में फंसा दिया है.'
बता दें कि हाथरस में हुई ये खौफनाक वारदात दलित बनाम सवर्ण के बवाल में तब्दील होती जा रही है. आरोपियों के समर्थन में महापंचायत चल रही है, क्षत्रिय संगठन भी मामले में कूद पड़े हैं. आरोपियों के बचाव के लिए अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने ए पी सिंह को वकील बनाने के लिए संपर्क किया है. एपी सिंह वही वकील हैं जिन्होंने निर्भया केस के दोषियों की पैरवी की थी.
क्षत्रिय महासभा का कहना है कि एससी एसटी एक्ट का दुरुपयोग करके स्वर्ण समाज को बदनाम किया जा रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री मानवेंद्र सिंह ने एक चिट्ठी लिखकर एपी सिंह को आरोपियों का वकील बनाने का एलान किया है. क्षत्रिय महासभा देशभर में चंदा जमा करके वकील एपी सिंह की फीस भरेगी.