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हाथरस पर जारी है राजनीतिक घमासान, आज दिल्ली में कांग्रेस नेता करेंगे सत्याग्रह

सोमवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अनिल कुमार राजघाट पर सत्याग्रह करेंगे. हाथरस पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस की ओर से लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया जा रहा है, जो सोमवार को भी जारी रहेगा.

हाथरस में समाजवादी पार्टी ने भी किया था प्रदर्शन (PTI) हाथरस में समाजवादी पार्टी ने भी किया था प्रदर्शन (PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 7:46 AM IST
  • हाथरस में जारी है राजनीतिक घमासान
  • सपा-रालोद ने रविवार को किया प्रदर्शन
  • सोमवार को जारी रहेगा कांग्रेस का विरोध

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप के बाद पीड़िता की मौत से जुड़ा घटनाक्रम तेज़ी से बदल रहा है. प्रदेश सरकार ने अब इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करने की सिफारिश कर दी है. अभी एसआईटी की एक टीम प्रकरण को जांच रही है. इस बीच हाथरस में राजनीतिक घमासान भी बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे के बाद लगातार नेताओं का आना यहां पर जारी है. 

दूसरी तरफ, सोमवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अनिल कुमार राजघाट पर सत्याग्रह करेंगे. हाथरस पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस की ओर से लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया जा रहा है, जो सोमवार को भी जारी रहेगा. कांग्रेस नेता उदित राज ने भी इस बीच दिल्ली से हाथरस तक मार्च निकालने की बात कही है. 

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रविवार को भीम आर्मी के चंद्रशेखर, समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधियों ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी. इसके अलावा रालोद के जयंत चौधरी जब हाथरस पहुंचे, तो उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज कर दिया गया था. 

बीते दिन प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया, जिसमें उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधा. योगी ने कहा कि कुछ लोग विकास को रोकना चाहते हैं, इसलिए प्रदेश और देश में जातीय दंगा करवाना चाहते हैं. इसीलिए हर रोज सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है. 

आपको बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को 19 साल की दलित लड़की से गैंगरेप की घटना हुई थी, जिसके बाद 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद आनन-फानन में देर रात को ही यूपी पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार किया. तभी से इस घटना पर बवाल मचा हुआ है. 

अब यूपी सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है. हालांकि, परिवार की ओर से न्यायिक जांच की मांग की जा रही है. परिवार की ओर से अब अपील की जा रही है कि वो किसी सुरक्षित जगह पर जाना चाहते हैं, गांव में उन्हें खतरा हो सकता है.

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