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'रजिस्ट्री नहीं तो वोट नहीं' मौजूदा विधायकों से नाराज घर खरीदारों ने तेज किया अभियान

No Registry No Vote Campaign: दादरी विधानसभा क्षेत्र के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब एक लाख से अधिक लोग ऐसे हैं जो अपने फ्लैट्स के पज़ेशन और रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे हैं. चुनाव करीब हैं, लिहाज़ा मौजूदा विधायक से नाराज़ लोगों ने 'नो रजिस्ट्री-नो वोट' के अपने अभियान को तेज कर दिया है.

'रजिस्ट्री नहीं, तो वोट नहीं' (सांकेतिक फोटो) 'रजिस्ट्री नहीं, तो वोट नहीं' (सांकेतिक फोटो)
अभि‍षेक आनंद
  • दादरी,
  • 16 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:28 PM IST
  • ग्रेटर नोएडा वेस्ट के करीब एक लाख लोगों को अपने फ्लैटों के पज़ेशन और रजिस्ट्री का इंतजार
  • रजिस्ट्री के बिना, अपने ही फ्लैट में किराएदारों की तरह रहने के लिए मजबूर

No Registry No Vote Campaign: उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने दादरी से तेजपाल नागर, नोएडा से पंकज सिंह और जेवर से धीरेंद्र सिंह को फिर से टिकट दे दिया है. उम्मीदवारों की सूची की घोषणा करते ही, नोएडा एक्सटेंशन (दादरी विधानसभा क्षेत्र) के होमबॉयर्स ने 'नो रजिस्ट्री-नो वोट' के अपने अभियान को तेज कर दिया है. 

दादरी विधानसभा क्षेत्र के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब एक लाख से अधिक लोग ऐसे हैं जो अपने फ्लैटों के पज़ेशन और रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे हैं. इस क्षेत्र में, अपार्टमेंट में रहने वालों के 70,000 से ज़्यादा वोट हैं. इनमें से बहुत से लोग इस अभियान में भाग ले रहे हैं.

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स्थानीय निवासी नवल किशोर ने कहा, 'राज्य सरकार ने भले ही अच्छा काम किया हो, लेकिन एक मतदाता के तौर पर हम स्थानीय विधायक से पूरी तरह से असंतुष्ट हैं. अगर नेता वोट मांगने आएंगे, तो हम उनका स्वागत नहीं करेंगे.' अपार्टमेंट के निवासी अपने अभियान के लिए ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा ले रहे हैं.

नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट ओनर वेलफेयर एसोसिएशन (Nefowa) के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा, 'हम स्थानीय विधायक या सांसद के लिए केवल वोटबैंक नहीं हो सकते हैं. उनके पास हमारे लिए काम करने के लिए पूरे पांच साल थे, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया. बिल्डर और प्राधिकरण के बच विवाद के कारण सभी रजिस्ट्रियां रुकी हुई हैं और खामियाज़ा घर खरीदने वाले उठा रहे हैं.'

एक स्थानीय निवासी मनीष कुमार ने कहा, 'नेताओं को हमसे वोट मांगने की कोई ज़रूरत नहीं है. पिछले पांच वर्षों में उन्होंने हमारी कोई परवाह नहीं की है, हम नहीं चाहते कि वे सोसाइटी में आएं. रजिस्ट्री के बिना, हम अपने ही फ्लैट में किराएदारों की तरह रहने के लिए मजबूर हैं.'

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इस क्षेत्र में घर खरीदने वाले लोगों ने फ्लैटों की रजिस्ट्री और पज़ेशन में देरी को लेकर, हर वीकेंड विरोध करना शुरू कर दिया है.

 

 

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