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जहरीली शराब के कोहराम से हिला प्रशासन, सहारनपुर से गोरखपुर तक छापेमारी

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया जिसके बाद पूरे प्रदेश में पुलिस और आबकारी विभाग की छापेमारी जारी है. शराब की कई फैक्ट्रियां सील की गई हैं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (AP) प्रतीकात्मक तस्वीर (AP)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से अब तक 92 लोगों की मौत हो गई है. इनमें सहारनपुर में 64, रुड़की में 20 और कुशीनगर में 8 लोगों के मरने की खबर है. सहारनपुर के 18 लोगों की मौत मेरठ में इलाज के दौरान हुई है. इन मौतों के बाद प्रशासन का अवैध शराब के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान शुरू हो गया है.

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बस्ती, महराजगंज, देवबंद, गोरखपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ, बुलंदशहर, मथुरा समेत समेत दर्जनों जिलों में आबकारी विभाग और यूपी पुलिस की एक साथ छापेमारी चल रही है. इसमें हजारों बोतलें जब्त की गई हैं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस की छापेमारी में अवैध तरीके से शराब बनाने वाले और उनकी अवैध फैक्ट्रियां सील की गई हैं. शुक्रवार को यूपी की योगी सरकार ने इस दर्दनाक हादसे पर सख्त रुख अपनाया था. इसके बाद प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सघन अभियान चलाने का आदेश दिया. पुलिस और आबकारी विभाग ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर कड़ी कार्रवाई की है.

एडीजी (कानून और व्यवस्था) आनंद कुमार ने शनिवार को इस घटना के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सहारनपुर में अब तक 46 लोगों के पोस्टमॉर्टम किए जा चुके हैं. इनमें से 35-36 लोगों की मौत देसी शराब पीने से हुई है. मेरठ में भी हुई मौतों का कारण जहरीली शराब है. कुशीनगर में कुल 10 लोग मारे गए हैं जिनमें 8 की मौत जहरीली शराब से हुई है.

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एडीजी आनंद कुमार ने कहा, 'हम किसी आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहते और दोषियों को पकड़ने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.' कुमार ने बताया कि यूपी में जहरीली शराब को लेकर फांसी की सजा का प्रावधान है. दोषियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कुमार ने बताया कि जहरीली शराब का स्रोत उत्तराखंड है. लोग वहां तेरहवीं शामिल होने गए थे. वहां लोगों ने जहरीली शराब पी और उसे यूपी में ले आए. आनंद कुमार ने कहा कि पूरे सिस्टम को दोषी ठहराना जायज नहीं है और पुलिस मानती है कि घटना के पीछे कुछ कमियां रह गईं.

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहरीली शराब पीने की वजह से मौत के बाद अवैध शराब माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए दिए जाएंगे और जहरीली शराब पीने से बीमार प्रत्येक व्यक्ति को 50,000 रुपए दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने सहारनपुर और कुशीनगर के जिलाधिकारियों को प्रभावित लोगों के इलाज के प्रबंध करने के निर्देश दिए. योगी ने दोनों जिलों के आबकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव (आबकारी) को इन दोनों जनपदों के जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, पुलिस महानिदेशक को इन जनपदों के पुलिस अधिकारियों का जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा.

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उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के बालापुर गांव में भी जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई और कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस महानिदेशक अनिल रतूरी ने कहा कि ज्यादा मौतें अस्पताल में भर्ती कराने के बाद हुई हैं. बताया जा रहा है कि पीड़ित लोगों ने गांव के भोज में शराब पी ली थी. इसके बाद इनमें से अधिकतर को उल्टी आने लगी. मृतकों में ज्यादा लोग बालापुर गांव के झबेरा ब्लॉक के हैं. पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दी है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को मुआवजे का ऐलान किया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और अस्पताल में भर्ती मरीजों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की.  

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