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Kanpur Metro Trial Run: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को कानपुरवासियों को बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने कानपुर में मेट्रो के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई. कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) निर्धारित समय से पहले बनकर तैयार हो रही है. कानपुर में मेट्रो की शुरुआत से लोगों को काफी राहत मिलेगी. शहर के ट्रैफिक से जनता को निजात मिलने की संभावना है. मार्च 2020 से कोरोना महामारी की चुनौती के बाद भी यूपीएमआरसी ने कानपुर मेट्रो का 19 महीने में रिकॉर्ड समय में काम किया है.
वहीं, मेट्रो से बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी. केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त काम से कानपुर मेट्रो संचालित हो रही है. अब आने वाले चार से छह हफ्तों में ट्राइडेंट पूरा हो सकेगा. इसके बाद फिर जल्द ही कानपुर के लोगों के लिए मेट्रो की शुरुआत हो जाएगी.
तकनीकी मायनों में खास है कानपुर मेट्रो ट्रेन
कानपुर की मेट्रो कई मायनों में काफी खास है. इसे 'मेक इन इंडिया' के तहत गुजरात के सावली प्लांट में तैयार किया जा रहा है. ट्रेनों की यात्री क्षमता लगभग 974 यात्रियों की होगी. इसके अलावा, ट्रेनों की डिजाइन स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानांतर चलने वाली तीसरी रेल से पावर प्राप्त करेंगी.
रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से ऊर्जा संरक्षण करेंगी ट्रेनें
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए अत्याधुनिक प्रोपल्शन सिस्टम से ट्रेनें लैस होंगी. ऊर्जा बचत के लिए कार्बन डाइऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम से लैस होंगी. कानपुर मेट्रो परियोजना के 9 किलोमीटर लंबे प्राथमिक सेक्शन का निर्माण कार्य 2 साल से कम अवधि में हुआ है. आईआईटी कानपुर से मोतीझील तक 9 किलोमीटर की यात्रा सिर्फ 16 मिनट में पूरी होगी. इस रूट पर 9 मेट्रो स्टेशन हैं और 25 दिसंबर को कानपुर मेट्रो के उद्घाटन की संभावना है.