
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे उन्नाव में रेप की घटनाओं पर पुलिस की ढिलाई जारी है. इसी उन्नाव में विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप के मामले में पुलिस की फजीहत हुई थी. उसके बाद बीघापुर इलाके एक रेप पीड़िता, आरोपियों की धमकी से परेशान होकर ज़िंदा जल गई थी, लेकिन लगता नहीं उन्नाव पुलिस ने इन घटनाओं से कोई सबक लिया है.
इसका ताजा उदाहरण बुधवार को कानपुर-उन्नाव बॉर्डर पर गंगाघाट थाने की जाजमऊ पुलिस चौकी में सामने आया है, जहां मदरसे के मौलाना के रेप का शिकार सात वर्षीय मासूम बच्ची को पुलिस कई घंटे तक चौकी में बैठाकर मामले को ठंडा करने में लगी रही, लेकिन जब आजतक की टीम मौके पर पहुंची तो पुलिस उसको लेकर हॉस्पिटल भागी.
यहां के एक मोहल्ले में चलने वाले मदरसे के मौलाना अब्दुल रहीम ने मदरसे में पढ़ने वाली साथ साल की मासूम बच्ची से रेप कर डाला. बच्ची ने घर जाकर अपनी मां को रोकर पूरी घटना बताई तो घर में हड़कंप मच गया. बच्ची के घरवाले बच्ची को लेकर मदरसे आये, लेकिन उनको देखकर मौलाना पहले ही मदरसे से भाग गया.
इसके बाद परिजन को बच्ची को लेकर पुलिस चौकी जाजमऊ पहुंचे तो वहां के दरोगा और पुलिसकर्मी बच्ची की रिपोर्ट और मेडिकल कार्यवाही की जगह उसे कई घंटे तक चौकी में ही बैठाये रखे. इसी दौरान जब आजतक की टीम सूचना पाकर मौके पर पहुंची को पुलिस बच्ची को मेडिकल के लिए जिला हॉस्पिटल उन्नाव ले गई.
इस दौरान पिता ने सीधा आरोप लगाया कि मैंने पुलिस को 12 बजे सूचना दी थी, लेकिन वह पांच घंटे तक मुझे वहीं बैठाये रही, बार बच्ची से पूछती रही- क्या हुआ? कैसे हुआ?
वहीं मदरसे की हेड टीचर ने हमारी टीम को बताया कि आरोपी हाफिज अब्दुल को कड़ी सजा मिलने चाहिए नहीं तो वह शेर हो जाएगा. आरोपी हाफिज बिहार के दरभंगा का रहने वाला है.