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आतंकी हबीबुल के पिता बोले, पढ़ाई में नहीं लगता था उसका मन, घर से पहले ही निकाल चुके थे

हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह के पिता जफरुल इस्लाम फतेहपुर जिले के मदरसा इस्लामिया में पढ़ाते हैं. उसके पिता ने बताया कि हबीबुल का पढ़ाई में मन नहीं लगता था, उसने ईद के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और हमने उसे घर से निकाल दिया था. वह कभी-कभी ही घर आता था. एक दिन पहले हमें पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी की सूचना मिली.

आतंकी हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह आतंकी हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह
समर्थ श्रीवास्तव/रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 14 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

यूपी एटीएस ने नदीम से पूछताछ के बाद फतेहपुर के रहने वाले हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह को गिरफ्तार किया है. उसके पिता जफरुल इस्लाम ने कहा है कि सैफुल्लाह को कई दिन पहले उसे घर से निकाल दिया था. उसका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था. उसने ईद के बाद पढ़ाई भी छोड़ दी थी. एक दिन पहले पुलिस का फोन आया और बताया गया कि सैफुल्लाह को देशद्रोही गतिविधियों में गिरफ्तार कर लिया गया है. 

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हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह के पिता जफरुल इस्लाम फतेहपुर जिले के मदरसा इस्लामिया में पढ़ाते हैं. यूपी एटीएस की टीम ने सैफुल्लाह को फतेहपुर जिले के मदरसा इस्लामिया के किराए के कमरे में परिवार समेत रहने वाले घर से आतंकी हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह को गिरफ्तार किया था. हबीबुल सैफुल्ला पहले इटावा जिले में हाफिज की पढ़ाई कर रहा था. उसके बाद दो साल गुजरात के भरूच जिले में आलिम की पढ़ाई की. पूरा परिवार शहर के सैय्यद वाड़ा बीते 25 सालों से रह रहा था. हबीबुल सैफुल्ला के चार और भाई हैं. पिता ने हबीबुल सैफुल्लाह को 29 मई 2022 में घर से निकाल दिया था, वह कभी-कभी घर आता था. 

आतंकियों के लिए पनाहगार बनता जा रहा कानपुर 

कानपुर के जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि हबीबुल उर्फ सैफुल्लाह की गिरफ्तारी में कानपुर पुलिस का कोई रोल नहीं है, वह एटीएस की कार्रवाई है. ध्यान देने वाली बात ये है बीते कुछ साल में कानपुर आतंकी स्लीपर सेल का ग्राउंड बनता जा रहा है. 2017 में लखनऊ में मारा गया सैफुल्लाह कानपुर के जाजमऊ का रहने वाला था. उसके ग्रुप के लोगों ने ही उज्जैन में ट्रेन में ब्लास्ट किया था, जिसमें एटीएस ने कानपुर से चार लोगों को गिरफ्तार किया था, इनमें से दो उसके चचेरे भाई ही थी. 

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कई ISI एजेंट हाल ही में हुए हैं गिरफ्तार 

इसके अलावा कानपुर में कई पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट हाल के वर्षों में गिरफ्तार किए गए हैं. असम का एक आतंकी भी 4 साल पहले चकेरी इलाके से गिरफ्तार किया गया था. कानपुर में NRC विवाद के बाद भड़की हिंसा और अभी 3 जून को कानपुर में नूपुर शर्मा को लेकर हुआ बवाल की घटनाएं बताती हैं कि कानपुर में आतंकियों की अच्छी खासी पनाह बन चुकी है. इनको यहां से फंडिंग भी होती है और कई युवाओं को यह प्रेरित करके अपने साथ जोड़ लेते हैं. जिसके लिए आज गिरफ्तार हुआ सैफुल्लाह मास्टरमाइंड माना जाता है. सैफुल्लाह कई लोगों को वर्चुअल आईडी बनाकर आतंकियों के लिए तैयार कर रहा था उसके पाकिस्तानी संबंध भी पाए गए हैं. 

 

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