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Panchayat AajTak: काशी कॉरिडोर के मुद्दे पर आपस में भिड़ गए महंत

'पंचायत आजतक' में काशी कॉरिडोर निर्माण को लेकर महंत आपस में भिड़ गए. पातालपुरी मठ के महंत बालक दास, अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास और नरसिंह पितादेश्वर के महंत अवधेश दास एक मत दिखे तो काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ राजेंद्र तिवारी ने कॉरिडोर के लिए तोड़े गए प्रचीन मंदिर को लेकर सवाल खड़े किए. 

काशी कॉरिडोर पर भिड़ गए महंत काशी कॉरिडोर पर भिड़ गए महंत
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 24 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST
  • काशी के महंत ने काशी कॉरिडोर पर उठाए सवाल
  • 'मोदी गंगा स्नान, सनातन धर्म का सम्मान करते थे'
  • काशी कॉरिडोर के लिए तोड़े गए कई प्रचीन मंदिर

Panchayat AajTak Varanasi: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले शुक्रवार को 'पंचायत आजतक' में काशी कॉरिडोर निर्माण को लेकर महंत आपस में भिड़ गए. पातालपुरी मठ के महंत बालक दास, अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास और नरसिंह पितादेश्वर के महंत अवधेश दास एक मत दिखे तो काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ राजेंद्र तिवारी कॉरिडोर के लिए तोड़े गए प्रचीन मंदिर को लेकर सवाल खड़े किए. 

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काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत राजेंद्र तिवारी ने कहा कि काशी के निर्माण को लेकर आज विकास इवेंट के जरिए दिखाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भगवान बाबा विश्वानाथ को वैभय नहीं बल्कि बैरागी पसंद है. काशी साधना की नगरी है, न की साधन की नगरी है. काशी कॉरिडोर निर्माण के लिए पौरणिक और प्रचीन सैकड़ों मंदिरों को तोड़ दिया गया. काशी की पंच कोसी परिक्रमा जहां होती थी, उसे तोड़ दिए हैं. 

राजेंद्र तिवारी ने कहा कि कॉरिडोर के लिए काशी के स्वंयभू देवता को उनके मूल स्थान से हटा दिया गया है. न तो उनका पुनर्निधारण किया गया और न ही कोई प्लानिंग. काशी के तथाकथित विकास से हम संतुष्ट नही हैं. मंदिर को हटाकर होटल बनाए गए हैं. काशी खंड के देवताओं की मूर्ति तोड़कर फेंक दिए गए थे. बनारस में रहने के लिए होटल बहुत है. ऐसे काशी मंदिर के परिसर में होटल बनाना क्या सही है. हम काशी को जीते हैं और वो काशी में चुनाव लड़ते हैं. हमारे लिए काशी की जो अहमियत है वो उनके लिए नहीं हैं. 

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ओयध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजूदास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी की दिव्यता और भव्यता को लौटाने का काम काशी कॉरिडोर बनाकर किया है. विनाश के बाद ही विकास होता है. विकास के लिए जब निर्माण होता को कुछ चीजें टूटती भी है. राजेंद्र तिवारी पर सवाल खड़े करते हुए महंत राजूदास ने कहा कि महाराज किसी भाव से प्रेरित है. इन्हें इस बात का दुख है कि उन्हें किसी भाग में सहभागिता क्यों नहीं दी गई. 

उन्होंने कहा कि काशी कॉरिडोर बनने के लिए किसी विधर्मी को कोई तकलीफ नहीं हो रही है, लेकिन इन्हें (राजेंद्र तिवारी) को हो रही है. इससे जाहिर होता है कि इनका दुख किसी और बात के लिए है. मोदी सरकार में जिस तरह से अयोध्या और काशी का विकास किया जा रहा है, वैसा विकास पिछले 70 साल में किसी भी सरकार ने नहीं किया है. इस बात पर राजेंद्र तिवारी और राजूदास के बीच जमकर बहस हुई.  

पातालपुरी मठ के महंत बालक दास ने राजेंद्र तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी को संतुष्ट नहीं किया जा सकता है. पीएम मोदी ने काशी का विकास कार्य करने का काम किया है. देश और विदेश से जो लोग काशी आते हैं वो बाब विश्वनाथ के दर्शन के लिए आते हैं न कि किसी दूसरे मंदिर के लिए. पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने सनातन धर्म को सम्मान किया. संतो को सम्मान किया है. राम मंदिर से लेकर शिवजी की मंदिर को बनाने का काम किया है. भव्य कॉरिडोर बनाने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन अब लोग खुलकर कर सकेंगे.  

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साथ ही महंत बालक दास ने माना कि काशी कॉरिडोर के निर्माण के लिए कुछ मंदिर जरूर टूटे हैं, लेकिन कुछ का निर्माण किया गया है और बाकी मंदिरों को भी पुनरुद्धार किया जाएगा. मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भी कराई जाएगी. लेकिन, इसका अर्थ यह नहीं है कि हम काशी कॉरिडोर का विरोध करें. पीएम मोदी से सभी साधु-संत खुश हैं. कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान तीन हजार साधु-संत मौजूद थे. 

नरसिंह पितादेश्वर के महंत अवधेश दास ने कहा कि पहले काशी में और आज की काशी में काफी फर्क है. काशी में विकास के साथ-साथ हिंदू धर्म स्थलों का भी विकास किया जा रहा है. गंगा की अवरिल धारा प्रवाह हो ही है. बाबा विश्वनाथ की मंदिर से गंगा जोड़ दिया गया है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर की भव्यता और दिव्यता के लिए पीएम मोदी काम कर रहे हैं. उन्होंने काशी से सांसद बनने के बाद से बाबा विश्वनाथ के लिए अपने आपको समर्पित कर रखा है. 

राजेंद्र तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री नहीं है जिन्होंने गंगा स्नान किया है. इंदिरा गांधी भी रात ढाई बजे काशी में आकर गंगा स्नान करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ के लिए जो भी प्रेम रखेगा वो गंगा में डुबकी जरूर लगाएगा.  काशी कॉरिडोर में किसी भी शंकारचार्य को नहीं बुलाया गया. इस पर बाकी दूसरे महंत ने राजेंद्र तिवारी को घेर लिया. इस पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पर गुजरात में मंदिर तोड़ने और प्रवीण तोगड़िया पर लाठी से पिटवाने का आरोप लगाया. 

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