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राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या तक पदयात्रा करेगा मुस्लिम मंच

मंच लखनऊ से अयोध्या तक पदयात्रा करेगा. करीब 140 किलोमीटर की पदयात्रा 11 सितंबर को शुरू होकर 16 सितंबर को अयोध्या पहुंचेगी.

अयोध्या मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय से अनुकूल प्रतिक्रिया की उम्मीद है अयोध्या मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय से अनुकूल प्रतिक्रिया की उम्मीद है
BHASHA
  • लखनऊ ,
  • 31 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 6:52 PM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अयोध्या में सबकि सहमति से राम मंदिर निर्माण के लक्ष्य को लेकर सितंबर के महीने में राजधानी लखनऊ से अयोध्या तक पदयात्रा करेगा.

कार्यक्रम के संयोजक महिरध्वज सिंह ने बताया कि हम अयोध्या में सबकि सहमति से राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं. इसके लिए मंच लखनऊ से अयोध्या तक पदयात्रा करेगा. करीब 140 किलोमीटर की पदयात्रा 11 सितंबर को शुरू होकर 16 सितंबर को अयोध्या पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि पदयात्रा के दौरान लोगों को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बारे में जागरूक किया जाएगा.

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अयोध्या के कार्यक्रम में आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार और साधु संत भी हिस्सा लेंगे. मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने कहा कि उनका संगठन मुस्लिम समुदाय के साथ लगातार बैठकें करता आया है और उन्हें समझाने की कोशिश करता रहा है कि मंदिर मुद्दे का हल सबकि सहमति से हो.

अफजल ने दावा किया कि मंच को अयोध्या मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय से अनुकूल प्रतिक्रिया की उम्मीद है. गोवध के खिलाफ भी हमारा अभियान सफल रहा था. सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को राम मंदिर को संवेदनशील और भावनाओं से जुड़ा मुद्दा बताते हुए सलाह दी थी कि सबसे अच्छी बात यह होती कि इस मुद्दे का समाधान परस्पर सहमति से हो. अयोध्या पदयात्रा के बारे में मंच की मई में हरिद्वार में हुई बैठक के दौरान चर्चा की गई थी.

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कार्यक्रम का ब्यौरा पूछने पर महिरध्वज ने बताया कि एक या दो दिन में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा. इसी बीच बकरीद के आने से पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मुसलमानों से अपील की है कि वे बकरों की कुर्बानी की जगह अपनी बुरी आदतों की कुर्बानी दें. मंच के संयोजक अवध प्रांत उत्तर प्रदेश सैयद हसन कौसर ने कहा था कि बकरीद पर जानवर की कुर्बानी तीन तलाक की ही तरह ही बुरी परंपरा है. इस दिन कुर्बानी की वकालत करने वालों का जनता को बहिष्कार करना चाहिए. बकरीद के दौरान कुर्बानी इस्लाम में हराम है इसके साथ-साथ गैर इस्लामिक भी हैं. अपनी बात में आगे कहा कि यदि कोई कुर्बानी देना चाहता है तो उसे बुरी आदतों की कुर्बानी देनी चाहिए.

हसन ने कहा कि जानवर की कुर्बानी को लेकर मुस्लिम समुदाय में कई तरह के अंधविश्वास हैं, जो बेहतर शिक्षा पाते हैं, वे ही इस्लाम को समझ पाते हैं. मंच के सह संयोजक के ए खुर्शीद आगा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की वकालत करते हुए कहा कि कुरान के मुताबिक किसी विवादित जगह पर नमाज नहीं पढ़ी जा सकती, इसलिए अयोध्या में विवादित जगह पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कैसे हो सकता हैं.

 

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