
लखीमपुर हिंसा केस में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में एक और जनहित याचिका दायर की गई है. याचिका में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है.
यह याचिका बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव द्वारा दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और केशव प्रसाद मौर्य ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना के 4 दिन पहले ही प्रदर्शनकारी किसानों को नतीजा भुगतने की घमकी दी थी. इसके अलावा इस मामले में अब केशव प्रसाद मौर्य का भी नाम जोड़ा गया है. याचिका में यह भी कहा गया है कि लखीमपुर खीरी की घटना को पूरी तरह से सोची समझी साजिश के तहत ही अंजाम दिया गया.
इन धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग
याचिका में लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसक घटना के सिलसिले में अजय मिश्रा टेनी और केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ IPC यानी भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 34, 149 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
सड़क से संसद तक मचा हंगामा
लखीमपुर केस में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा जेल में बंद हैं. हाल ही में जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि लखीमपुर हिंसा सिर्फ हादसा नहीं है. यह सोची समझी साजिश है. इतना ही नहीं एसआईटी ने कोर्ट से आशीष मिश्रा के खिलाफ धाराएं बढ़ाने की भी मांग की थी. इसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था. इस रिपोर्ट को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा मांगते हुए विपक्ष ने सड़क से लेकर संसद तक जमकर हंगामा किया.