
लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Incident) की जांच के लिए यूपी सरकार ने न्यायिक आयोग के गठन का ऐलान कर दिया है. जानकारी दी गई है कि एक सदस्यीय आयोग लखीमपुर खीरी कांड की जांच (Inquiry Commission) करेगा. इस जांच कमीशन में इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप प्रदीप कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं. सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी की.
बता दें कि लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. इन किसानों को एक गाड़ी ने कुचल दिया था. आरोप है कि गाड़ी को गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा चला रहे थे. घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें गाड़ी किसानों को कुचलकर आगे बढ़ती दिख रही है.
अब HC के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव इस मामले की जांच करेंगे. उनका मुख्यालय लखीमपुर में ही होगा. दो महीने के भीतर उनको रिपोर्ट देनी है.
सभी 8 लोगों को मिला 45-45 लाख मुआवजा
योगी सरकार ने सभी 8 लोगों को जिनकी लखीमपुर खीरी कांड में मौत हुई है उनको मुआवजे की 45-45 लाख की राशि दी. इसमें 4 किसान, 2 बीजेपी के कार्यकर्ता, एक ड्राइवर और एक पत्रकार शामिल थे. बता दें कि सरकार और किसानों का इसी शर्त पर समझौता हुआ था. इसके अलावा घायलों को 10-10 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी. वहीं मृतक किसानों के परिवार से एक-एक शख्स को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी मिलेगी.
कल पीड़ित परिवारों से मिले राहुल-प्रियंका
लंबे घमासान के बीच मिली इजाजत के बाद राहुल-प्रियंका कल सीतापुर से लखीमपुर खीरी पहुंचे. रात को पलिया कलां में उन्होंने हिंसा में मारे गए मृतक किसान के परिवार से मुलाकात की. दोनों नेता निघासन में मृतक पत्रकार के परिवार से भी मिले. आज अखिलेश यादव, सतीश चंद्र मिश्रा लखीमपुर जा रहे हैं.