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मुलायम-डिंपल के टिकट तय, तो क्या आजमगढ़ से लड़ेंगे अखिलेश यादव?

आजमगढ़ संसदीय सीट यादव और मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच यहां से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. मुलायम तब 2 सीट से चुनाव जीते थे, लेकिन उन्होंने आजमगढ़ को अपना संसदीय क्षेत्र बरकरार रखा.

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल-ट्विटर) यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल-ट्विटर)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 09 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

लोकसभा चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले ही राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करनी शुरू कर दी है. 2 दिन पहले कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, जिसके बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) ने शुक्रवार को अपने 9 उम्मीदवारों के नामों को घोषणा की. पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव और डिंपल यादव के नाम आने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अखिलेश यादव आजमगढ़ सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

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आजमगढ़ संसदीय सीट यादव और मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच यहां से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. मुलायम ने तब 2 सीट से चुनाव (आजमगढ़ और मैनपुरी) में जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने आजमगढ़ को अपना संसदीय क्षेत्र बरकरार रखा. हालांकि इस बार मुलायम सिंह यादव ने पहले ही आजमगढ़ सीट छोड़ने का ऐलान कर दिया था और खुद को मैनपुरी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी.

मुलायम की इच्छा के अनुसार पार्टी ने उन्हें मैनपुरी से टिकट दिया जबकि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से चुनाव लड़ने जा रही हैं. ऐसे में यह कयास तेज हो गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अखिलेश आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.

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पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव

हालांकि अखिलेश यादव ने पहले खुद के कन्नौज लोकसभा सीट से लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरण और सपा-बसपा के बीच गठबंधन हो जाने के बाद समाजवादी पार्टी के लिए यह सीट बचा पाना आसान लग रहा है.

मिल सकता है फायदा

माना जा रहा है कि बीजेपी की कड़ी टक्कर देने के लिए अखिलेश यादव अगर पूर्वी उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ते हैं तो उनके आने से वहां की कई पड़ोसी सीटों पर भी समाजवादी पार्टी को फायदा मिल सकता है और यही मुख्य वजह है कि अखिलेश आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.

आजमगढ़ में यादव, मुसलमान और दलित की आबादी ज्यादा है और बसपा के साथ गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी के लिए इस सीट से राह आसान दिख रही है.

सपा ने शुक्रवार को 2 बार अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. अपनी पहली लिस्ट में उसने 6 नामों का ऐलान किया. इस सूची के अनुसार मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ेंगे. जबकि धर्मेंद्र यादव बदायूं से और समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद से अपनी किस्मत आजमाएंगे. वहीं इटावा (सुरक्षित सीट) कमलेश कठेरिया, राबर्ट्सगंज (सुरक्षित सीट) से भाईलाल कोल और बहराइच (सुरक्षित सीट) शब्बीर वाल्मिकि को टिकट दिया गया है. फिरोजाबाद से पार्टी के बागी शिवपाल सिंह यादव भी चुनाव लड़ेंगे.

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शाम की पार्टी की ओर से जारी दूसरी सूची में डिंपल यादव के कन्नौज के अलावा डॉ. पूर्वी वर्मा को खीरी और ऊषा वर्मा को हरदोई (सुरक्षित लोकसभा सीट) से टिकट दिया गया.

सपा की दूसरी लिस्ट में डिंपल को मिला टिकट

इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस ने अपने पहले 15 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 11 और गुजरात के 4 उम्मीदवारों के नाम हैं.

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