
उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर-93 ए में स्थित सुपरटेक एमराल्ड ट्विन्स टावर मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गठित एसआईटी ने जांच पूरी कर ली है. सूत्रों के मुताबिक, दोषी अधिकारियों की भी पहचान हो गई है. बताया जा रहा है कि एसआईटी सोमवार को जांच रिपोर्ट सीएम ऑफिस को भी सौंप देगी.
सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के ट्विन टॉवर्स को गिराने का आदेश दिया है. सुपरटेक के ये दोनों ही टॉवर 40-40 मंजिला हैं. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि ये टॉवर नोएडा अथॉरिटी और सुपटेक की मिलीभगत से बने थे.
दोषी अधिकारियों का पता लगाने के लिए बनी कमेटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी को एक हफ्ते के अंदर जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था. इस एसआईटी की अध्यक्षता यूपी के औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल कर रहे हैं. एसआईटी अपनी जांच में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सुपरटेक ट्विंस टावर के निर्माण में किन अधिकारियों ने बिल्डर को बार-बार नक्शा बदलने की सलाह दी थी और संशोधित नक्शे को नियमों के विरुद्ध जाकर मंजूरी दी.
कई अफसरों पर कार्रवाई तय
बताया जा रहा है कि एसआईटी सोमवार तक सीएम ऑफिस को रिपोर्ट देगी. एसआईटी ने बार बार नक्शा बदलने पर मंजूरी देने वाले अफसरों की विस्तृत जांच की. बताया जा रहा है कि मामले में कई दोषी अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.