
उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) में भी प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत गरीबों को इलाज मिल सकेगा. सरकार ने इसके लिए शुरुआती दौर में एक करोड़ की राशि भी जारी कर दी है. दरअसल, अभी तक आयुष्मान योजना के तहत लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट में इलाज नहीं मिलता था, क्योंकि संस्थान की बिलिंग एक्चुअल बिल के आधार पर होती है.
वहीं, आयुष्मान योजना में बिलिंग पैकेज के आधार पर की जाती है जो कि काफी सस्ती थी. इसीलिए संस्थान ने अतिरिक्त धन का वहन करने से मना किया था. अभी तक इस योजना में किसी को मुफ्त इलाज नहीं दिया जा रहा था. लेकिन अब शासन से बजट मिलने के बाद गरीबों के लिए पीजीआई में इलाज करवाने का रास्ता खुल गया है. इसके तहत पीजीआई में 3 नए काउंटर भी खोले गए हैं जिन पर आयुष्मान मित्र तैनात किए जाएंगे.
यह आयुष्मान मित्र इलाज के लिए आने वाले लोगों को पूरी सुविधा की जानकारी देंगे. इस योजना के तहत इलाज करने वाले डॉक्टरों को इंसेंटिव देने का भी प्रावधान है जो कि जानकारी के मुताबिक पीजीआई के डॉक्टर स्वयं लेने की बजाय आयुष्मान योजना के गरीबों के लिए ही छोड़ देंगे.
उत्तराखंड में आयुष्मान योजना हिट
केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के प्रति उत्तराखंड की जनता में गजब का उत्साह देखा गया है. देश के 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत उत्तराखंड में 1.5 लाख से अधिक लोगों को गोल्डन कार्ड जारी किया गया है. योजना के निदेशक, प्रशासन, डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया, 'अभी तक राज्य में इस योजना के डेढ़ लाख गोल्डन कार्ड बांटे जा चुके हैं. इस योजना के तहत पूरे प्रदेश में 100 सरकारी और 70 निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर मरीजों को 1350 रोगों के इलाज के लिये 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी.'
उत्तराखंड सरकार ने अगले तीन महीनों में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आने वाले सभी लोगों के कार्ड बनाने का संकल्प लिया है. प्रदेश के भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, 'ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जल्द से जल्द इस योजना के तहत लोगों के गोल्डन कार्ड बन सकें.' सरकार योजना के तहत लोगों का कार्ड बनवाने के लिए जगह-जगह कैंप और मेले का आयोजन कर रही है. इन मेलों में जनता भी बड़ी संख्या में पहुंच रही है.
बताया जा रहा है कि उत्तराखण्ड के सभी 23 लाख परिवारों को योजना को विस्तारित रूप दिए जाने के बाद सामान्य एवं गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए फ्री चिकित्सा सुविधा दी जाएगी. राज्य में सभी लोगों को योजना की सुविधा उपलब्ध करवाने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है.
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने भी भारत सरकार को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के तहत पहले 100 दिनों में मिली सफलता को लेकर बधाई दी. गेट्स ने ट्वीट किया, 'आयुष्मान एनएचए के पहले सौ दिनों को लेकर भारत सरकार को बधाई. यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि अबतक यह कार्यक्रम कितने ही लोगों तक पहुंचा है.' भारत सरकार ने हाल में ही बताया था कि आयुष्मान योजना के तहत पहले 100 दिनों में 6.8 लाख लोगों ने मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया है.