
लखनऊ के लोहिया संस्थान में उस समय हडकंप मच गया जब मंगलवार सुबह एक मरीज ने फांसी लगा ली. खुदकुशी की इस अप्रत्याशित घटना के बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. फिलहाल मरीज के खुदकुशी के कारणों की जांच की जा रही है.
खुदकुशी करने वाला शख्स एक मरीज था जो सीतापुर का रहने वाला था और यह लोहिया संस्थान के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में भर्ती था. मरीज ने मंगलवार सुबह 9 बजे बेड की चादर से बाथरूम में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज पांच दिन से पीलिया समेत कई बीमारी का इलाज करा रहा था. खुदकुशी की इस घटना के बाद जांच शुरू कर दी गई है, खासकर ड्यूटी पर तैनात की भूमिका जांची जा रही है.
लोहिया संस्थान में सुरक्षा-व्यवस्था पर काफी खर्च किया जाता है. यहां पर लगाई गई सुरक्षा एजेंसियों पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं.
हाल के दिनों में अस्पताल में खुदकुशी की घटनाएं बढ़ी हैं. मध्य प्रदेश के कटनी के जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर महिला सर्जिकल वार्ड के टॉयलेट में एक युवक ने फांसी लगा ली थी. सड़क हादसे के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
इस साल फरवरी में कांकेर के जिला अस्पताल में एक मरीज ने खुदकुशी कर ली थी. दुर्गूकोंदल के गांव फित्ते फूलचूर के रहने वाले 27 साल के रैनूराम पुड़ो को खून की उल्टी की शिकायत होने पर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था.