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यही हाल रहा तो लखनऊ वालों को हर रोज भरना पड़ सकता 10 करोड़ रुपये का चालान

ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में लखनऊ वालों की जो आदत है, उस पर ट्रैफिक पुलिस अगर चालान भेजना शुरू करेगी तो रोजाना 10 करोड़ के चालान लखनऊ वालों को भेजे जाएंगे.

लखनऊ में गाड़ी की चेकिंग करते पुलिसकर्मी (फाइल फोटो) लखनऊ में गाड़ी की चेकिंग करते पुलिसकर्मी (फाइल फोटो)
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 13 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST
  • रोजाना 1 लाख लोग तोड़ रहे हैं नियम
  • ट्रायल की वजह से नहीं जा रहा है चालान

नवाबों के शहर लखनऊ के लोग अगर अपनी आदत में सुधार नहीं लाए तो कुछ ही दिनों बाद रोजाना 10 करोड़ का जुर्माना भरेंगे. दरअसल, ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में लखनऊ वालों की जो आदत है, उस पर ट्रैफिक पुलिस चालान भेजना शुरू करेगी तो रोजाना 10 करोड़ के चालान लखनऊ वालों को भेजे जाएंगे.

जल्द ही स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लखनऊ के चौराहों पर लगे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कैमरे काम करना शुरू कर देंगे. पहले चरण में चौराहों पर लगे कैमरे तमाम खामियों के चलते चालान नहीं कर पा रहे थे. थानेवार चौराहों की मैपिंग नहीं थी, हिंदी में लिखे नंबर को आसानी से पढ़ा नहीं जा पा रहा था.

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इतना ही नहीं कई बात गलत फॉर्मेट की नंबर प्लेट से नंबर भी नहीं पढ़े जा सकते थे, जिसके चलते कई बार उससे मिलते जुलते नंबर वाली गाड़ी का चालान जेनरेट हुआ और बेकसूर व्यक्ति का चालान कट गया, लेकिन अब आईटीएमएस योजना के तहत चौराहों पर लगे कैमरों को अपग्रेड कर दिया गया है.

हर रोज आ रहे हैं एक लाख उल्लंघन के मामले

बीते 2 महीने से इन कैमरों का ट्रायल चल रहा है. बीते 2 महीनों से आईटीएमएस के कंट्रोल रूम से बैठकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखी जा रही है. उनकी गाड़ी की नंबर प्लेट को पढ़ा जा रहा है और एक रिपोर्ट भी बनाई जा रही है. इन कैमरों पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के रोजाना एक लाख मामले आ रहे हैं.

दूसरे शब्दों में कहें तो रोजाना ट्रैफिक कंट्रोल रूम में एक लाख लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, चूंकि अभी ट्रायल चल रहा है लिहाजा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान नहीं किए जा रहे.

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डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर की मानें तो बीते 2 महीनों से ट्रायल पर चल रहे आईटीएमएस के कैमरे का जल्द ट्रायल पूरा हो जाएगा और फिर चालान जेनरेट होना शुरू हो जाएंगे. ट्रैफिक कंट्रोल रूम से पुलिस 1 दिन में एक लाख लोगों को ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते पकड़ रही है.

हर रोज कट सकता है 10 करोड़ का चालान

अब अगर ट्रैफिक नियम उल्लंघन में कटने वाले चालान में औसतन प्रति चालान 1000 रुपये जुर्माना माना जाए तो 1 लाख चालान के हिसाब से लखनऊ ट्रैफिक पुलिस रोजाना 10 करोड़ का चालान काटेगी. मतलब साफ है कि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में लखनऊ के लोगों को रोजाना 10 करोड़ का चालान भरना पड़ सकता है.

इतना ही नहीं डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर कहते हैं कि जब आईटीएमएस व्यवस्था पूरी तरह लागू हो जाएगी तो इस व्यवस्था के तहत प्रयागराज और नोएडा की तर्ज पर लखनऊ में भी ट्रैफिक चालान 3 दिन बाद अपने आप कोर्ट चले जाएंगे.

फिलहाल आईटीएमएस में पहले चरण में मिली खामियों को दूर किया जा चुका है. बीते 2 महीने से इसका सफलतापूर्वक ट्रायल चल रहा है. कुछ जरूरी सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन के साथ ही स्मार्ट सिटी लखनऊ का इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा.

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ये है जुर्माने की लिस्ट

उत्तर प्रदेश में अगर अब दो पहिया और चार पहिया वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते हैं तो पहली बार में 1000 रुपये और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रुपए का चालान काटा जाएगा. वहीं, ड्राइविंग लाइसेंस के बारे में भी गलत जानकारी देनी भारी पड़ेगी. इसके लिए भी आपको 10 हजार रुपये तक जुर्माना भरना पड़ेगा.

बिना हेलमेट पहले वाहन चलाने पर एक हजार रुपए जुर्माना होगा. इसी तरह पार्किंग का उल्लंघन करने पर पहले 500 रुपए पहली बार और दूसरी बार पकड़े जाने पर 1500 रुपए जुर्माना देना होगा. अगर एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को किसी ने रास्ता नहीं दिया तो उस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा.

अगर ड्राइविंग लाइसेंस में गलत तथ्य दिया तो जुर्माना 10 हजार रुपये देना होगा. पहले यह 2500 रुपये था. वहीं बिना लाइसेंस या 14 साल से कम उम्र के बच्चे के गाड़ी चलाने पर पकड़े जाने पर 5000 रुपये जुर्माना देना होगा. बिना सीट बेल्ट कार चलाने पर 1000 रुपये जुर्माना होगा.

तेज कार चलाने पर 2000 रुपये और कॉमर्शियल वाहनों को तेज चलाने पर 4000 रुपये जुर्माना देना होगा. दो पहिया वाहन पर 3 या इससे ज्यादा लोगों को बैठाने पर 1000 रुपए जुर्माना देना होगा

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