
लालजी टंडन उत्तर प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता में से एक थे. मंगलवार को लखनऊ में उनका 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. लालजी टंडन का लखनऊ कनेक्शन तो जगह जाहिर है, लेकिन प्रयागराज में उनके साथ एक बड़ी घटना घट गई थी.
बात पिछले साल की है जब प्रयागराज में कुंभ मेला लगा था और लालजी टंडन वहां गए थे. जिस टेंट में लालजी टंडन ठहरे थे, उसमें देर रात अचानक शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी. इस घटना में वो बाल-बाल बच गए थे. हालांकि उनका चश्मा, घड़ी, ब्रीफकेस सब कुछ जलकर राख हो गया था.
बता दें कि प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के तट पर पिछले साल 14 जनवरी से 50 दिनों के कुंभ मेले की शुरुआत हुई थी. देश दुनिया से करीब 50 करोड़ श्रद्धालु आस्था के संगम में डुबकी लगाने के लिए आए थे.
लखनऊ से हमेशा के लिए विदा हो गए बाबू जी!
लालजी टंडन त्रिवेणी संकुल के वीआईपी टेंट में 12 फरवरी को रुके थे. इस घटना के बाद लालजी टंडन के सुरक्षा कर्मियों ने उनको दूसरी जगह शिफ्ट करा दिया था. अगले दिन बीजेपी अध्य्क्ष अमित शाह भी कुंभ मेले में पहुंचे थे.
लालजी टंडन ने साल 2001 में प्रयाग में आयोजित महाकुंभ मेले के आयोजन में अहम भूमिका निभाई थी. वो उस वक्त उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास समेत कई विभागों के कैबिनेट मंत्री थे.