
उत्तर प्रदेश के बिजनौर की बेटी मनदीप कौर ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में सुसाइड कर जान दे दी. मनदीप कौर के सुसाइड करने के मामले में परिजनों ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ बेटे की चाह और 50 लाख रुपये दहेज की मांग पूरी न होने पर प्रताड़ित करने का मामला दर्ज कराया है. मनदीप कौर का मायका बिजनौर जिले के ताहरपुर गांव में है. मनदीप की शादी जिले के ही बड़िया गांव निवासी रणजोत वीर सिंह के साथ 1 फरवरी 2015 को हुई थी.
मनदीप कौर की ससुराल बड़िया गांव में उनके सास-ससुर रहते हैं. मनदीप कौर के परिजनों का आरोप है कि लगातार दो बेटियों को जन्म देना ही मनदीप कौर के लिए जानलेवा हो गया. मनदीप कौर के पति और ससुराल के लोग बेटे का जन्म चाहते थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं तो उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. परिजनों के मुताबिक पति ने उस पर इतने जु्ल्म ढाए कि वह सुसाइड कर जान देने को मजबूर हो गई. परिजनों ने आजतक को रणजोत वीर के घर की सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध कराई जिसमें साफ नजर आ रहा है कि मनदीप का पति उसका गला घोंटने की कोशिश कर रहा है.
मनदीप कौर की बहन कुलदीप कौर ने रणजोत और उसके परिजनों पर दो बेटियां होने के कारण तंज करते रहने और मारपीट करने का आरोप लगाया. कुलदीन ने बताया कि रणजोत और उसके परिजन हमेशा ये कहते रहते थे कि मनदीप कभी बेटे को जन्म नहीं दे सकती. बहन के मुताबिक मनदीप ने सुसाइड करने से एक दिन पहले भी उसे फोन किया था.
कुलदीप ने बताया कि मनदीप ने उसे ये बताया कि उसकी सास उसके पति को उल्टी-सीधी बातें बताकर भड़काती रहती है. वह उसके मायके वालों को लेकर भी उल्टा-सीधा बोलता है. मनदीप अपने पति से बहुत ज्यादा डरती थी. कुलदीप ने आगे कहा कि उसकी बातें सुनने के बाद ये कहा भी कि पिता और भाई को बता रहे ये सब तो उसने (मनदीप ने) मना कर दिया. वह बोली कि अभी व्यस्त हूं और पति भी आ रहे हैं, बाद में फोन करूंगी. ये कहकर मनदीप ने फोन काट दिया था.
कुलदीप कौर ने आगे बताया कि अगले ही दिन मेरे भाई की बेटी का फोन आया. उसने ये कहा कि उसका वीडियो भेज दो जिसमें वह मारपीट करते हुए दिखाई दे रहा था. सुबह-सुबह 4.30 बजे शामली से मेरे बहनोई ने फोन कर मुझसे मनदीप को फोन लगाने के लिए कहा. मैंने उनसे कई बार पूछा कि क्या हुआ तो उन्होंने कुछ नहीं बताया और बस फोन लगाओ, फोन लगाओ ही कहते रहे. मनदीप को फोन लगाया तो कॉल रिसीव नहीं हुई. मनदीप की बहन के मुताबिक उसने फिर से बहनोई को फोन मिलाया और ये बताया. साथ ही ये भी पूछा कि आपने सुबह-सुबह 4.30 बजे मनदीप को फोन करने के लिए क्यों कहा.
बहनोई ने बताया वीडियो आया है
कुलदीप कौर ने कहा कि बहनोई ने बताया कि मनदीप का एक वीडियो मेरे पास आया है जिसमें वह आत्महत्या करने की बात कह रही है. वीडियो में वह कह रही है कि अपने बच्चों को नहीं छोड़ना चाहती लेकिन बहुत मजबूर हो चुकी हूं पापा. अब मरना चाहती हूं पापा. आप मुझे माफ कर देना क्योंकि मैं कुछ कर नहीं पाई. बहनोई ने ये वीडियो मुझे भेजा. मुझे भरोसा नहीं हुआ क्योंकि मैं जानती थी कि वह बहुत मजबूत है और ऐसा कदम नहीं उठाएगी. मैं उसके सबसे ज्यादा करीब थी.
बहन की मांग- रणजोत को मिले मौत की सजा
कुलदीप कौर ने कहा कि करीब एक घंटे बाद ही 5.30 बजे बहनोई ने फिर से फोन किया और ये बताया कि मनदीप अब नहीं रही. रोती-बिलखती कुलदीप कौर ने कहा कि मेरी भारत सरकार से एक ही विनती है कि मनदीप को सुसाइड के लिए मजबूर करने वाले रणजोत को भी मौत की सजा होनी चाहिए जिससे उसकी आत्मा को शांति मिल सके. कुलदीप ने मनदीप की दोनों बेटियों की कस्टडी लेने की भी बात कही.
मनदीप ने अमेरिका में किया था उत्पीड़न का केस
मनदीप के परिजनों के मुताबिक दो बेटियों के जन्म के बाद उसके बुरे दिन शुरू हो गए. बेटे की चाह रखने वाले मनदीप के ससुराल वालों ने बेटे को चढ़ा कर उसे प्रताड़ित कराना शुरू कर दिया. हालात यह हो गए कि रणजोत हर रोज उसके साथ मारपीट करने लगा. कई बार उसने मनदीप को जान से मारने का भी प्रयास किया. साल 2021 में बात इतनी बिगड़ गई कि मनदीप ने अपने पति के खिलाफ न्यूयॉर्क में उत्पीड़न का केस दर्ज करा दिया था.
मनदीप के केस दर्ज कराने के बाद रणजोत और उसके परिवार वालों ने माफी मांगी और दोबारा परेशान नहीं करने की भी बात कही. इसके बाद मनदीप ने समझौता कर लिया था. कुछ दिन तो सबकुछ सामान्य चला लेकिन फिर वही सब शुरू हो गया. मनदीप का उत्पीड़न लगातार बढ़ता गया. मनदीप के उत्पीड़न के वीडियो कई बार वायरल भी हो चुके हैं.
2015 में हुई थी मनदीप की शादी
कुलदीप कौर ने बताया कि मनदीप की शादी 1 फरवरी 2015 को बड़िया गांव के मुख्तार सिंह के बेटे रणजोत वीर सिंह के साथ हुई थी. रणजोत वीर सिंह उस समय शिप कॉर्पोरेशन में कार्यरत था. परिवार को लगा कि बेटी उनके पास ही रहेगी और जब मन होगा, मुलाकात होती रहेगी. 2018 की शुरुआत में रणजोत ने शिप कॉर्पोरेशन की नौकरी छोड़ दी और शादी के ढाई साल बाद ही मनदीप को लेकर अमेरिका के न्यूयॉर्क चला गया.
कुलदीप के मुताबिक मनदीपव जब अमेरिका गई, उसकी बड़ी बेटी डेढ़ साल की थी. दूसरी बेटी का जन्म अमेरिका में ही हुआ. रणजोत ने मनदीप का फोन भी ले लिया था और मेरा नंबर भी ब्लॉक कर दिया था. मनदीप ने तब किसी दूसरे के नंबर से मुझे फोटो भिजवाई थी. वहीं रहने वाली रणजोत की बहन से हमने जब बात नहीं होने को लेकर पूछा तो वह लगातार बहाने बनाती रही. कभी बाजार जाने का तो कभी सोने का. मेरे विनती करने पर भी उसने हमारी बात नहीं कराई जिसके बाद हमने कैलिफोर्निया में रहने वाले एक रिश्तेदार से संपर्क कर बहन की तरफ से केस कराया.
कुलदीप के मुताबिक रणजोत और मनदीप को अलग-अलग रहने के लिए कहा गया लेकिन उसके परिजनों ने ये भरोसा दिलाया कि वह ऐसी गलती फिर कभी नहीं करेगा और माफी भी मांगी. मनदीप के भाई संदीप ने रणजोत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उसकी दो बेटियों को किसी भी हालत में रणजोत के पास नहीं छोड़ा जाना चाहिए. जो व्यक्ति बेटी होने पर पत्नी के साथ इस तरह का अत्याचार कर सकता है, वह बेटियों के साथ भी कुछ भी कर सकता है. बेटियों की कस्टडी हमें जल्द से जल्द दी जाए. मनदीप का शव भी हमें दिया जाए, हम ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे.
अमेरिका जाकर बद से बदतर हो गई जिंदगी
मनदीप के भाई ने कहा कि उसके साथ अत्याचार पर हमने ये सोचकर ज्यादा ध्यान नहीं दिया कि छोटी-छोटी बातों को लेकर घर नहीं छोड़े जाते. हमें लगता था कि शायद समय के साथ हालात सुधर जाएं. कुछ दिन अच्छे गुजरते थे लेकिन फिर वही कहानी. हमें लगता था कि ससुराल वाले यहां परेशान करते हैं, अमेरिका जा रही है तो वहां कोई परेशान करने वाला नहीं होगा लेकिन वहां जाकर मनदीप की जिंदगी बद से बदतर हो गई. रणजोत उसे ज्यादा परेशान कर रहा था तब हमने अपने अंकल से कहकर वहां केस भी करवाया लेकिन हाथ-पैर जोड़कर वह बहन को मनाने में सफल रहा और उसे अपने साथ ले गया. बहन ने केस वापस ले लिया लेकिन वही कदम उसके लिए जानलेवा बन गया.
संदीप ने आगे कहा कि रणजोत, मनदीप को फोन पर बात भी नहीं करने देता था जिससे वह कुछ बता पाए. वह उसे बहुत डरा-धमकाकर रखता था. मनदीप की भाभी लगने वाली राजविंद्र सिंह पड़ोस में ही रहती हैं. राजविंद्र ने बताया कि कि मनदीप खुश रहने वाली लड़की थी. हमेशा सब से मिलजुल कर रहती थी. उसके बड़े-बड़े सपने थे और वह अपने बच्चों को कुछ बनाना चाहती थी. वह सबको साथ लेकर चलती थी. हम कभी सोच भी नहीं सकते थे कि वह ऐसा कदम उठा लेगी.
राजविंद्र ने बताया कि शादी के बाद ऐसा लगता था कि सबकुछ ठीक नहीं है लेकिन फिर भी वह इसे जाहिर नहीं होने देती थी. वह हमेशा यही कहती थी कि बहुत खुश हूं. जब मनदीप को पहली बेटी हुई, सभी खुश थे लेकिन उसकी सास इसे लेकर गुस्सा थी कि उसे लड़की क्यों हुई. हमें नहीं मालूम था कि वह इतने जुल्म सह रही है. जब भी कभी फोन पर बात होती थी, वह हमेशा खुद को खुश दिखाने की ही कोशिश करती थी.
गांव के लोग मानते थे बेटा
मनदीप भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी. गांव के लोग उसे बेटी नहीं, बेटा मानते थे. मनदीप स्कूटी से लेकर बुलेट और ट्रैक्टर तक चला लेती थी. मनदीप की मौत की खबर से ताहरपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई. मनदीप की ससुराल वाले घर में घटना के बाद से ही ताला लगा है. उसके सास-ससुर घर में ताला लगाकर फरार हैं. नजीबाबाद थाने की पुलिस मामला दर्ज कर ससुराल वालों की गिरफ्तारी के लिए छिपने की संभावित जगह पर लगातार दबिश दे रही है.