
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने बिहार के मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में महिलाओं के साथ हुई वीभत्स घटना जैसी घटनाओं को रोकने के लिए अहम सुझाव दिए हैं. मेनका गांधी ने कहा कि निराश्रित महिलाओं, बेसहारा लड़कियों और अनाथालय में रह रहे बच्चों को अगर एक जगह बसाया जाए तो उनके साथ होने वाले अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है.
मेनका गांधी ने यह बयान वृंदावन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 1000 विधवा और निराश्रित महिलाओं की देख-रेख के लिए बनाए गए आश्रय केंद्र के उद्घाटन के दौरान कही. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ और काशी में रह रही निराश्रित महिलाओं के लिए भी ऐसे ही भवन बनाए जाने के लिए जमीन मांगी.
मेनका गांधी ने कहा कि अगर लखनऊ में महिलाओं और अनाथ आश्रमों को एक शहर की तरह एक साथ बसाकर ऐसे लोगों को एक साथ रखें तो मुजफ्फरपुर जैसी घटनाएं नहीं होंगी. मेनका गांधी ने योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में इसी तरह पूरे प्रदेश में रह रहे निराश्रित लोगों को एक साथ एक शहर की तरह बसाने के लिए जमीन मांगी जिसके लिए योगी आदित्यनाथ ने हामी भर दी.
मेनका गांधी ने मुंबई के भायखला जेल में एक महिला का उदाहरण देते हुए कहा कि जेलों में भी महिलाओं की स्थिति बेहद नारकीय है. मेनका गांधी ने पागलखानों में रह रही महिलाओं की दशा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पागलखानों में 30 से 40 फीसदी महिलाएं पागल नहीं है बल्कि वो परिवार द्वारा पीड़ित हैं जिन्हें जमीन के लालच में घरवालों ने पागल करार करके ऐसी जगह पर छोड़ा है.
मेनका गांधी का सुझाव है कि अनाथ आश्रमों में रहने वाले बच्चों, शेल्टर होम में रह रही लड़कियों और निराश्रित महिलाओं के लिए एक ही जगह पर केंद्र बनाए जाएं तो उनकी सुरक्षा और स्थिति को बेहतर किया जा सकता है.
उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार काशी और लखनऊ में केंद्रीय महिला बाल विकास कल्याण मंत्रालय को ऐसे आश्रय केंद्र बनाने के लिए जमीन देने के लिए तैयार है. योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि केंद्र पर गलत गतिविधियां नहीं होंगी और पूरी पवित्रता के साथ ऐसे केंद्रों का संचालन होगा. योगी ने आश्वासन दिया कि बालिकाओं या बालकों के लिए बेहतर व्यवस्था के लिए कभी भी बजट आड़े नहीं आएगा. निराश्रित महिलाओं के लिए योगी सरकार ने पेंशन पाने के लिए उम्र सीमा को समाप्त करने का ऐलान भी किया.