
मथुरा के नंद मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल खान को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सोमवार को फैसल खान को यूपी पुलिस ने दिल्ली के जामिया नगर से गिरफ्तार किया था. इस मामले में चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
आरोप है कि 29 अक्टूबर को मथुरा के नंद बाबा मंदिर में चार लोग आए. इनमें से दो लोगों ने मंदिर के सेवायतों को गुमराह कर मंदिर परिसर में ही नमाज पढ़ी थी. मंदिर प्रशासन की शिकायत पर बरसाना थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.
वहीं, आजतक से बातचीत में फैसल खान ने कहा था कि धोखे से नमाज नहीं पढ़ी थी. सबके सामने नमाज पढ़ी. वहां कई लोग मौजूद थे. किसी ने मना नहीं किया. नमाज पढ़कर कोई साजिश नहीं की है. एफआईआर के सवाल पर फैसल खान ने कहा था कि ये केस राजनीतिक कारणों से दर्ज हुआ है.
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खुदाई खिदमतगार ने किया विरोध
इधर, खुदाई खिदमतगार ने बयान जारी करके फैसल खान को गांधीवादी शांति कार्यकर्ता बताया है. खुदाई खिदमतगार ने अपने बयान में कहा कि गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता और खुदाई खिदमतगार (खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान द्वारा स्थापित किया गया गांधीवादी संगठन) के राष्ट्रीय संयोजक फैसल खान 24 से 29 अक्टूबर तक कृष्ण की पवित्र भूमि ब्रज पर अपनी पांच दिवसीय तीर्थयात्रा (यात्रा) पर थे.
वह गोवर्धन की प्राचीन चौरासी कोसी यात्रा में भाग ले रहे थे. अपनी यात्रा में उन्होंने कई लोगों के साथ-साथ विभिन्न मंदिरों के पुजारियों से मुलाकात की थी. खुदाई खिदमतगार ने अपने बयान में कहा कि फैसल खान, उनके सहयोगी चांद मोहम्मद, नीलेश गुप्ता और सागर रत्न पर लगे सभी आरोपों का हम पुरजोर विरोध करते हैं.