
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी पहुंचे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद ने धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार कलीम सिद्दीकी को रिहा करने की मांग की है. रविवार को बाराबंकी पहुंचे कल्बे जव्वाद ने कहा कि संविधान में अपना धर्म बदलना कोई जुर्म नहीं है. अगर किसी का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया हो या लालच देकर करवाया गया हो तो उसे सामने लाया जाए.
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि एटीएस की कार्रवाई ज्यादातर निर्दोष लोगों के खिलाफ होती है. उन्होंने कहा इस मामले में ये साबित करें कि धर्म परिवर्तन लालच देकर हुआ है या जबरदस्ती हुआ है. किसका हुआ है? सिर्फ धर्म परिवर्तन होना कोई जुर्म नहीं है. कल्बे जव्वाद ने कहा कि हिंदुस्तान में कौन डरा-धमकाकर किसी को मुसलमान बना सकता है? इसका उल्टा तो हो सकता है. इनकी गिरफ्तारी तब होनी चाहिए जब इनके खिलाफ कोई सबूत मिला होता. सिर्फ कहने-सुनने पर गिरफ्तार करना गलत है.
असम हिंसा की निंदा की
कल्बे जव्वाद ने असम हिंसा में मारे गए व्यक्ति की लाश पर एक फोटोग्राफर के कूदने की हरकत की भर्त्सना की. उन्होंने इसे इंसानियत के खिलाफ और तालिबानी बताया. उन्होंने असम सरकार से उस व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. मौलाना जव्वाद प्रदेश में वक्फ की करोड़ों की संपत्तियों पर हो रहे अवैध कब्जे को लेकर भी शासन-प्रशासन से नाराज दिखे.
मौलाना कल्बे जव्वाद ने बाराबंकी समेत पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपये की वक्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे को लेकर जिला प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हमेशा बेईमानों से मिला रहता है. नकली लीडर बनाता है, असली लीडरशिप को तोड़ता है. बदमाशों से दोस्ती रहती है तो शरीफों से दुश्मनी. मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि वक्फ की संपत्तियों की तबाही में सुन्नी और शिया वक्फ बोर्ड की मिलीभगत रहती है.