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मायावती ने शुरू की 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारी, निचले स्तर पर बड़े फेरबदल

बसपा सुप्रीमो मायावती विधानसभा चुनाव को देखते हुए मिशन 2022 की तैयारी में जुट गई है. मायावती ने मंडलीय मुख्य सेक्टर प्रभारियों के जिम्मेदारियों में नए सिरे से बदलाव किया है, जिसके तहत शमसुद्दीन राईनी को उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंडलों की जिम्मेदारी के साथ-साथ उत्तराखंड का भी जिम्मा सौंपा गया है. वहीं, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली को पश्चिमी यूपी से हटाकर पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी दी गई है. 

बसपा प्रमुख मायावती बसपा प्रमुख मायावती
शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 22 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:52 AM IST
  • बसपा में शमसुद्दीन राईनी का बढ़ा सियासी कद
  • मुनकाद अली से उत्तराखंड की जिम्मेदारी ली गई
  • मुनकाद अली को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अभी भले ही डेढ़ साल का समय बाकी हो, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती विधानसभा चुनाव को देखते हुए मिशन 2022 की तैयारी में जुट गई है. मायावती ने मंडलीय मुख्य सेक्टर प्रभारियों की जिम्मेदारियों में नए सिरे से बदलाव किया है, जिसके तहत शमसुद्दीन राईनी को उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंडलों की जिम्मेदारी के साथ-साथ उत्तराखंड का भी जिम्मा सौंपा गया है. वहीं, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली को पश्चिमी यूपी से हटाकर पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी दी गई है. 

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नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बसपा से बाहर होने के बाद से पार्टी में शमसुद्दीन राईनी का राजनीतिक कद लगातार बढ़ता जा रहा है. मायावती ने राईनी को सूबे के पांच मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी के साथ उत्तराखंड के स्टेट कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी है. शमसुद्दीन राईनी के पास सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद और बरेली के साथ लखनऊ मंडल के सेक्टर-2 की जिम्मेदारी रहेगी. इसके अलावा वह उत्तराखंड की भी पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे. 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली से उत्तराखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी वापस लेकर राईनी को सौंपी है. मुनकाद को अब मिर्जापुर, इलाहाबाद, वाराणसी और आजमगढ़ मंडल का सेक्टर प्रभारी बनाया है. हालांकि, वो साथ में सूबे के संगठन को भी देखने का काम करेंगे. वहीं, पूर्व सांसद घनश्याम खरवार को गोरखपुर, बस्ती, फैजाबाद व देवीपाटन मंडल की जिम्मेदारी मिली है.

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पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय महासचिव आरएस कुशवाहा को कानपुर, चित्रकूट और झांसी मंडल की जिम्मेदारी दी गई है. उनसे वाराणसी का प्रभार ले लिया गया है. नौशाद अली और गोरेलाल मिलकर अलीगढ़ और आगरा मंडल का काम देखेंगे. लखनऊ मंडल में बाराबंकी जिले को भी शामिल किया गया है. लखनऊ मंडल में 46 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इसलिए इस सेक्टर के लिए पूरी टीम तैयार की गई है और इसमें बाराबंकी को भी शामिल करते हुए दो सेक्टर में बांटा गया है.

बसपा संगठन के लखनऊ मंडल के सेक्टर एक में लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली जिले थे, जिनमें फैजाबाद मंडल के बाराबंकी जिले को भी जोड़ा गया है. इस सेक्टर की कमान एमएलसी भीमराव अंबेडकर के साथ अखिलेश अंबेडकर, रामनाथ रावत, विनय कश्यप, महेंद्र सिंह जाटव, डॉ. सुशील कुमार मुन्ना, मो. वसीम, किशनलाल गौतम, विशाल प्रताप राव व आशा राम रावत के  हाथ रहेगी. वहीं, सेक्टर-2 में हरदोई, लखीमपुर खीरी  और सीतापुर जिले आते हैं. इसकी कमान शमसुद्दीन राईनी के अलावा डॉ. रामकुमार कुरील, हरीश सैलानी, डॉ. विनोद भारती, चंद्रिका प्रसाद गौतम, राकेश कुमार गौतम, जयवीर गौतम, रणधीर बहादुर व मेवालाल वर्मा के हाथ में होगी. 

बता दें कि बसपा संगठन में सेक्टर प्रभारी का पद काफी अहम होता है, जो सीधे पार्टी प्रमुख मायावती को रिपोर्ट करते हैं. बसपा में एक मंडल में तीन जिलों को शामिल किया जाता है, जिसके लिए एक मंडल सेक्टर प्रभारी नियुक्त किया जाता है. मंडल सेक्टर प्रभारी की अपने क्षेत्र में आने वाले जिले में पार्टी संगठन के काम से लेकर प्रत्याशी के चयन तक में अहम भूमिका होती है. 

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