
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की करारी हार हुई. 2007 में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई बसपा ने यूपी में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया. चुनाव प्रचार के समय तक पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापस आने का दंभ भरती रही बसपा जब नतीजे आए तब केवल एक सीट ही जीत सकी.
बसपा ने अब करारी हार का ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया है. बसपा प्रमुख मायावती ने मीडिया पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान जातिवादी द्वेषपूर्ण और घृणित रवैया अपनाकर बसपा के अम्बेडकरवादी मूवमेंट को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है. ये किसी से छिपा नहीं है.
मायावती ने कहा है कि इस हालत में पार्टी के हर प्रवक्ता को भी नई जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने कहा है कि पार्टी के सभी प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया, धर्मवीर चौधरी, डॉक्टर एमएच खान, फैजान खान और सीमा कुशवाहा अब टीवी डिबेट में शामिल नहीं होंगे. पार्टी प्रमुख मायावती ने खुद ट्वीट कर ये ऐलान किया है कि बसपा के प्रवक्ता अब टीवी डिबेट में शामिल नहीं होंगे.
गौरतलब है कि मायावती की पार्टी यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से केवल एक सीट ही जीत सकी है. यूपी में बसपा को केवल एक ही सीट से संतोष करना पड़ा है. विधानसभा में बसपा विधायक दल के नेता रहे उमाशंकर सिंह मायावती की पार्टी से जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले इकलौते विधायक हैं. उमाशंकर सिंह बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं.