
उत्तर प्रदेश के मेरठ में लालच देकर 400 लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है. यह मामला सामने आने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग एसएसपी ऑफिस पर पहुंचे. उन्होंने लालच देकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया. लोगों ने मेरठ के SSP से इस मामले की शिकायत की.
एसएसपी से की गई शिकायत में लोगों ने कहा कि लालच देकर कुछ लोग ईसाई बनने को मजबूर कर रहे हैं. आरोप है कि धर्म परिवर्तन करने वालों ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां घर से बाहर करने के लिए मजबूर किया है.
रुपयों और खाने का दिया गया लालच
मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र की मलिन बस्ती मंगतपुर के लोग एक बीजेपी नेता के साथ मेरठ के एसएसपी ऑफिस पहुंचे. इनमें अधिकतर लोग कूड़ा बीनने का काम करते हैं. आरोप है कि ये लोग कोरोना काल में ऐसे लोगों के संपर्क में आ गए, जो गैरकानूनी तरीके से धर्म परिवर्तन करवाते हैं.
आरोप है कि पहले इन लोगों को रुपए और खाने का लालच दिया गया. इसके बाद रुपए देने वालों ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां घर में नहीं रखने की बात कही. इसी के साथ ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला. आरोप है कि इलाके के 400 लोगों को धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया जा रहा है. इलाके में अस्थाई रूप से एक चर्च भी बना दिया गया है.
SSP से शिकायत कर कहा- आधार कार्ड में नाम बदलने का बनाया गया दबाव
मेरठ के SSP से शिकायत कर लोगों ने कहा है कि धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने वाले आधार कार्ड में नाम बदलवाने के लिए कहने लगे. जब वे दिवाली की पूजा कर रहे थे, उस दौरान झुग्गी-झोपड़ियों में घुसकर तस्वीरें फाड़ दीं. कहा कि जब तुम लोगों ने धर्म बदल लिया है, तो ये सब क्यों कर रहे हो. विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी.
इस मामले में एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना है कि ब्रह्मपुरी के मंगतपुरम के रहने वाले कुछ लोग एसएसपी ऑफिस गए थे. इन लोगों का कहना था कि पहले इन लोगों ने ईसाई धर्म स्वीकार किया था.
अब इनका कहना है कि धोखे में रखकर कुछ लोगों ने उनका धर्म परिवर्तन करा दिया. इनकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. जांच में जो भी सामने आएगा, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.