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गौशाला का शिलान्यास करने जा रहे थे योगी के मंत्री, काफिले ने उजाड़ी दलित किसान की फसल

कारागार मंत्री का काफिला जिस खेत में खड़ा हुआ उस खेत में सरसों की बुआई हुई थी. यह खेत दलित किसान देवेंद्र दोहरे का है. जिसने कर्ज लेकर फसल बोई थी. जब उसको अपनी फसल बर्बाद होने की जानकारी मिली तो वह दौड़ा भागता हुआ वहां पहुंचा और मंत्री के चरणों में गिर पड़ा.

 कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी. कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी.
आदित्य बिड़वई
  • जालौन,
  • 26 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 4:09 PM IST

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ तो किसानों के लिए ऋण मोचन प्रमाण पत्र देकर उनके कर्जे को माफ करने की बात कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ उनके एक मंत्री की हैरान करने वाली करतूत सामने आई है.

ताजा मामला जालौन के उरई का है. यहां उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी गौशाला का शिलान्यास करने आये थे, लेकिन उनके काफिले ने एक दलित किसान के खेत में बोई सरसों की फसल को ही नष्ट कर दिया.

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कारागार मंत्री का काफिला जिस खेत में खड़ा हुआ उस खेत में सरसों की बुआई हुई थी. यह खेत दलित किसान देवेंद्र दोहरे का है. जिसने कर्ज लेकर फसल बोई थी. जब उसको अपनी फसल बर्बाद होने की जानकारी मिली तो वह दौड़ा भागता हुआ वहां पहुंचा और मंत्री के चरणों में गिर पड़ा.

जब उसने अपनी फसल नष्ट होने की बात बताई तो मंत्री जी किसान की बात को टालते हुए अपने आगे के कार्यक्रम में लग गए. जब मीडिया में यह मामला आया तो मंत्री ने उसे अपने पास बैठा लिया और उसे मुआवजा देने की बात कही.

गौशाला के शिलान्यास का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद कारागार मंत्री जय कुमार जैकी ने नुकसान के तौर पर 4 हजार रुपये का मुआवजा देकर इससे पल्ला झाड़ा.

किसान देवेंद्र ने बताया कि उसने कर्ज लेकर अपनी तीन बीघा की फसल में सरसों बोई थी, जिसे मंत्री और सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों ने खराब कर दिया है. किसान का कहना है कि बड़ी मेहनत करने पर उसने फसल बोई थी और उसकी फसल को मंत्री जी की गाड़ियों ने खराब कर दिया.

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वहीं, कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने सफाई देते हुये बताया कि सरकार किसानों के दर्द को समझती है और जिस किसान की फसल बर्बाद हुई है उसे मुआवजा भी दे दिया है.

जब उनसे पूछा गया कि कितना मुआवजा दिया गया तो मंत्री ने बताया कि जितनी उसकी फसल खराब हुई है उस हिसाब से उसे 4 हजार रुपये मुआवजा दे दिया गया. मंत्री द्वारा दिये गए 4 हजार रुपये किसान के लिये कितने अधिक हैं यह स्वयं मंत्री जानते हैं.

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