
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में इन दिनों रहस्यमयी बुखार को लेकर दहशत फैली हुई है. पीलीभीत की 30000 की आबादी वाली नगर पंचायत नौगवां पकड़िया में एक महीने में दर्जनभर से अधिक लोग बुखार और पेट दर्द की चपेट में आ चुके हैं. इस रहस्यमयी बुखार से 29 अक्टूबर तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. इस रहस्यमयी बुखार को लेकर स्थानीय नागरिकों में खौफ है.
स्थानीय निवासी स्वास्थ्य विभाग और नगर पंचायत पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. नौगवां पकड़िया नगर पंचायत के हर पांचवें घर में कोई न कोई शख्स बुखार से पीड़ित हैं. आलम यह है कि इस नगर पंचायत के डॉक्टर्स के घर अस्पताल बन गए हैं, इनके बेड, सोफे और चारपाई तक पर एक साथ कई लोगों को ग्लूकोज चढ़ाई जा रही है. एक ही ड्रेसिंग टेबल से तीन-तीन ग्लूकोज की बोतलें टंगी हैं.
हर तरफ गंदगी का अंबार
इलाके में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लोगों का आरोप है कि एक तरफ स्वच्छ भारत जैसे अभियान के तहत नेता और अधिकारी झाड़ू हाथ में लेकर फोटो खिंचवाने में लगे हैं तो दूसरी तरफ जमीन पर कूड़े का ढेर लगा है जिसकी कोई सुध नहीं ले रहा.
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
वहीं, इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी मरीज की मौत बुखार से नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैंप लगाकर जांच के लिए लोगों के खून का सैंपल लेने की बात तो की जा रही है लेकिन जांच में क्या निकला, ये रिपोर्ट किसी को भी नहीं मिल पा रही.
हाल ही में मिला था नगर पंचायत का दर्जा
पीलीभीत जिले में नौगवां पकड़िया को हाल ही में नगर पंचायत का दर्जा दिया गया था. इस नगर पंचायत में अभी चुनाव नहीं हुए हैं. यही कारण है कि पूरे इलाके में हड़कंप मचा है. यहां जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, जिससे कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है.