
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में लगातार बड़ी-बड़ी कंपनियां निवेश कर रही हैं. नोएडा के बाहरी इलाकों में भी आबादी तेजी से बढ़ी है. शहर के बाहरी इलाकों में लगातार बड़ी-बड़ी सोसाइटी तैयार हो रही हैं. लेकिन यहां सबसे बड़ी परेशानी ट्रैफिक सिग्नल को लेकर है जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण में एक बड़ी योजना तैयार की है. नोएडा शहर में करीब 500 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को यातायात-व्यवस्था दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी दी गई है.
नोएडा प्राधिकरण ने शहर में इसका ध्यान रखते हुए ही अन्य जगहों पर भी ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना बनाई है. नोएडा प्राधिकृत प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि नई बसावट वाले इलाकों का अगले महीने ट्रैफिक सेल की ओर से सर्वे किया जाएगा. सर्वे के बाद ट्रैफिक सेल यह तय करेगा कि किस जगह ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाने की जरूरत है.
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के मुताबिक मई महीने के मध्य से शहर के कई इलाकों, नए बसे सेक्टर्स का सर्वे शुरू हो जाएगा. नोएडा अथॉरिटी की योजना परथला चौक से सेक्टर 115 के बीच करीब 4 किलोमीटर लंबे मार्ग पर भी ट्रैफिक सिग्ल लगाने की भी है. यह सड़क फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे को जोड़ती है. अथॉरिटी इन इलाकों के कई इंटरसेक्शंस पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना पर भी तेजी से काम कर रही है. एक इंटरसेक्शन पर करीब 8 से 10 लाख रुपये का खर्च आता है.
इन सेक्टर में लगेंगे ट्रैफिक सिग्नल
नोएडा के सेक्टर 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77 और 78 में ट्रैफिक सिग्नल लगवाने के अनुरोध अथॉरिटी को मिले हैं. इसके अलावा परथला चौक और सेक्टर-115 के बीच के इंटरसेक्शन पर भी नए सिग्नल लगाए जाएंगे. कई जगह ट्रैफिक सिग्नल खराब या बंद भी पड़े हैं. इनकी निगरानी के लिए भी कुछ नई एजेंसियों को भी काम दिया जा सकता है. ट्रैफिक सिगनल्स के रखरखाव की जिम्मेदारी प्राधिकरण के इलेक्ट्रिक और मेंटेनेंस विभाग की है. वह खराब और बंद पड़े सिग्नल को ठीक कराने की दिशा में काम कर रहे हैं.
दरअसल ट्रैफिक सिग्नल के रखरखाव की व्यवस्था अभी काफी अव्यवस्थित है. इन सिगनल्स के रिपेयरिंग ऑफ और रखरखाव की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को दी गई है. दो निजी कंपनियां नोएडा के महज 40 ट्रैफिक सिगनल्स का देखभाल करती हैं. अन्य सिग्नल सिग्नल जरूरत पड़ने पर शिकायत के मुताबिक ठीक किए जाते हैं. यानी कुल 86 ट्रैफिक सिगनल्स में से 46 ऐसे हैं जो रामभरोसे हैं.