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नोएडा में पूर्व IPS के घर रेड: लॉकर से मिले साढ़े पांच करोड़ रुपये किसके ? IT को मिली लिस्ट

आयकर विभाग की टीम ने नोएडा के सेक्टर 50 के बंगला नंबर-A6 पर छापेमारी की थी. ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का है. आईपीएस के बेटे सुयश ने कहा कि हमने तमाम दस्तावेज और लॉकर धारकों की डिटेल्स दे दी है.

छापेमारी के दौरान बरामद कैश छापेमारी के दौरान बरामद कैश
तनसीम हैदर
  • नोएडा,
  • 02 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:09 PM IST
  • पूर्व आईपीएस आरएन सिंह ने कहा जांच से अधिकारी संतुष्ट
  • अलग-अलग लॉकर से 5.77 करोड़ बरामद

नोएडा के लॉकर फर्म पर आयकर विभाग की छापेमारी चर्चा का विषय बनी हुई है. तीन दिन पहले आयकर विभाग की टीम ने पूर्व आईपीएस राम नारायण सिंह के घर पर छापेमारी की थी. घर के बेसमेंट में आरएन सिंह के बेटे सुयश सिंह अपना लॉकर फर्म चलाते हैं. उनके पास करीब 600 लॉकर हैं. इस छापेमारी पर पूर्व आईपीएस ने अपना बयान जारी किया है.   

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पूर्व आईपीएस ऑफिसर राम नारायण सिंह ने कहा कि वो कानूनी तरीके से लॉकर चलाते हैं, उनसे इनकम टैक्स ने सम्पर्क करके जांच की, लॉकर्स की जांच की, 5 करोड़ 77 लाख रुपए मिलने के बारे में उन्हें पता लगा है, मेरे राजनीतिक संबंध बताए जा रहे हैं, मेरी पत्नी की ये फर्म है जो बेटा चलाता है और कानूनी जरूरतों को पूरा करता है. 

पूर्व आईपीएस राम नारायण सिंह ने कहा कि हमारे भी दो लॉकर थे, उसकी जांच से अधिकारी संतुष्ट हैं, कुछ लॉकर धारकों ने चेकिंग में सहयोग नहीं किया है, उनके लॉकर की जांच सर्च वारंट लेकर की गई है, जो पैसा मिला है, उसका संबन्ध हमसे नहीं लॉकर धारकों से है. आईपीएस के बेटे सुयश ने कहा कि हमने तमाम दस्तावेज और लॉकर धारकों की डिटेल्स दे दी है.

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क्या है पूरा मामला

आयकर विभाग की टीम ने नोएडा के सेक्टर 50 के बंगला नंबर-A6 पर छापेमारी की थी. ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके 1983 बैच के रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का है. इस बंगले के बेसमेंट में राम नारायण सिंह की पत्नी और बेटा मानसम वॉलेट्स के नाम से लॉकर्स किराए पर देते हैं.  पिछले पांच साल से इस सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर किराये पर देने का काम किया जा रहा है. आईपीएस अधिकारी का कहना है कि यह उनका पुश्तैनी काम है. जांच के दौरान इन लॉकर्स के रखरखाव में कुछ यहां अनियमितताएं भी मिली हैं. यहां लॉकर लेने वालों के केवाईसी नहीं मिले, जिन लॉकरों में सामान मिला है, उनके मालिकों से जानकारी ली गई है. 

 

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