
Noida Twin Towers Demolition: आखिरकार को वह दिन आ गया जब भ्रष्टाचार की कमाई पर नोएडा के सेक्टर-93ए में खड़े सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया जाएगा. इस गैर कानूनी इमारत को गिराने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई.
इन टावरों को गिराने से बचाने के लिए कई नियामक और रखरखाव के काम किए गए लेकिन शीर्ष कोर्ट ने आमजन को असुविधा पहुंचाए बिना इन इमारतों को गिराने का आदेश दे दिया. इन दोनों इमारतों में 850 फ्लैट बनाए गए हैं. इस दौरान उस क्षेत्र में किसी के आने-जाने पर प्रतिबंध रहेगा. विस्फोट वाले इलाके की आसपास की सोसायटी और घर को खाली करा लिया गया है.
इसके अलावा ड्रोन उठाने, घर की छतों पर आने से मना किया गया है. इंजिनियरों को दावा है कि आज दोपहर 2:30 बजे इन इमारतों को 9 सेकेंड में ढहा दिया जाएगा लेकिन इससे पहले प्रशासन 12 आवश्यक कदम उठाएगा.
सुबह 6:30 बजे - फ्लैटों में पाइप से गैस की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी.
सुबह 7:00 बजे- एमराल्ड कोर्ट और साथ लगे एटीएस विलेज के टावरों को खाली करा लिया जाएगा.
सुबह 7:00 बजे- दोनों टावरों के आसपास की सड़कों को सील कर दिया जाएगा.
सुबह 9:00 बजे- मेंटेनेंस स्टाफ सोसायटी खाली कर देगा.
सुबह 11:00 बजे- सुरक्षाकर्मी परिसर से निकल जाएंगे.
दोपहर 1:00 बजे- टास्क फोर्स के जवान स्थल का निरीक्षण कर आसपास के इलाकों से निकल जाएंगे.
1:45 अपराह्न - विध्वंस से आधे घंटे पहले साइट का विस्तृत निरीक्षण समाप्त हो जाएगा.
2:15 बजे- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे बंद रहेगा.
2:30 बजे - विध्वंस प्रक्रिया शुरू होगी.
2:45 बजे - नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का संचालन फिर से शुरू होगा.
शाम 4:00 बजे - फ्लैटों में पाइप से गैस की आपूर्ति बहाल की जाएगी. पूर्ण बहाली में 3-4 घंटे लगेंगे.
शाम 5:30 बजे - निवासियों को लौटने की अनुमति होगी.
अधिकारियों ने जारी किए हैं कुछ दिशानिर्देश
- ट्विन टावर्स से सटी 6 सोसायटियों के निवासियों को ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया के दौरान छतों पर जाने की मनाही है.
- नोएडा पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 26 अगस्त से 31 अगस्त तक शहर के आसमान में ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.
- विस्फोट वाले हवाई क्षेत्र से ऊपर एक समुद्री मील के दायरे में विध्वंस के समय उड़ानों के लिए कुछ समय के लिए प्रभावित रहेंगी.
- क्लीयरेंस ऑपरेशन के बाद 15 से 20 मिनट तक विस्फोट के कारण धूल हवा में रहेगी. हालांकि धूल भरी आंधी कितनी दूर तक जाएगी, इसका अनुमान रविवार को हवा की गति और दिशा पर निर्भर करेगा.
- 15 एंटी-स्मॉग गन लगाई गई हैं और उन्हें रेजिंग प्रक्रिया के दौरान छोड़ा जाएगा.
- विस्फोट के बाद दमकल की गाड़ियां धूल को नियंत्रित करने के लिए पानी का छिड़काव करेंगी.
- किसी भी आपात स्थिति में एंबुलेंस को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा.
- मीडियाकर्मियों को निर्धारित क्षेत्रों से कार्यक्रम को कवर करने के लिए कहा गया है.