
उत्तर प्रदेश के विधानसभा में बजट पर चर्चा करते हुए नेता विपक्ष में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण को देर से पढ़े जाने का सवाल उठाया. विपक्ष ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण 7 मिनट की देरी से क्यों शुरू किया?
नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि आनंदी बेन पटेल मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. कई राज्यों की राज्यपाल रह चुकी हैं. उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम करने का मौका मिला है. ऐसे में उनका अभिभाषण लेट क्यों हुआ.
रामगोविंद चौधरी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा इतनी बड़ी महामारी आई, ऐसा नहीं है कि पहली बार कोई महामारी आई हो, प्लेग भी आया था. लेकिन इस संकट के दौरान सरकार ने किसी विपक्षी नेता से चर्चा करना तक ठीक नहीं समझा. कोई सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाई गई.
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार 22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया. यूपी की योगी सरकार ने करीब 5 लाख 50 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का बजट पेश किया. राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में योगी सरकार ने बजट को लोकलुभावन बनाने के लिए कई ऐलान किए हैं.
वहीं इस बजट पर सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि पेपरलेस बजट में किसान, मजदूर, युवा, नारी और कारोबारी किसी के भी हाथ कुछ नहीं आया. सबके हाथ खाली रह गए.