
देश में कोरोना की महामारी कोहराम मचा रही है. अस्पतालों में बेड नहीं हैं तो ऑक्सीजन का भी संकट है. देशभर के कई इलाकों से ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना संक्रमितों के दम तोड़ने की खबरें आ रही हैं. ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर गैर बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) सरकार वाले कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है. वहीं, अब इसे लेकर डॉक्टर कफील खान का दर्द भी छलक आया.
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई बच्चों की मौत के बाद सरकार का कोपभाजन बने डॉक्टर कफील खान ने ट्वीट कर कहा है कि साल 2017 में मैंने जब ऑक्सीजन क्राइसिस का मुद्दा उठाया था, तब किसी ने भी मुझे गंभीरता से नहीं लिया. मुझे जेल में डाल दिया गया. डॉक्टर खान ने कहा है कि तब से ही लगातार बेहतर स्वास्थ्य नीति के लिए मांग करता रहा.
In 2017,When I raised th issue of crisis in procurement of Oxygen, nobody took me seriously.
instead thrown in Jail😢
Since then have been demanding better health policy - #HealthForAll
Today the whole nation is suffering due to oxygen shortage -plz wake up 🙏@drharshvardhan pic.twitter.com/cL4R83YwtT
डॉक्टर कफील खान ने कहा कि आज पूरा देश ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. उन्होंने अपने ट्वीट में देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को टैग करते हुए लिखा कि कृपया जगो. इस ट्वीट के अलावा डॉक्टर कफील ने एक और ट्वीट किया है. डॉक्टर कफील ने कोरोना संकट के समय देश सेवा का अवसर देने की मांग की है.
माननीय मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी
कोरोना वायरस की दूसरी लहर त्राही-त्राही मचा रही है।मेरा ICU में 15 वर्षो से अधिक का अनुभव शायद कुछ ज़िन्दगियाँ बचाने में काम आ सके।आपसे विनम्र निवेदन है कि इस कोरोना महामारी में देश की सेवा करने का अवसर दें 🙏
22-8-2017 से निलम्बित हूँ । pic.twitter.com/MHcmtKOEZv
साल 2017 से ही निलंबित चल रहे डॉक्टर कफील खान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. डॉक्टर कफील ने कहा है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर त्राहि-त्राहि मचा रही है. मेरा आईसीयू में 15 साल से अधिक का अनुभव शायद कुछ जिंदगियां बचाने में काम आ सके. उन्होंने सीएम से कोरोना की महामारी के समय देश की सेवा करने का अवसर देने की अपील की है.
गौरतलब है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौतों के बाद डॉक्टर खान पर गाज गिरी थी. डॉक्टर खान के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी कार्रवाई हुई थी.