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Panchayat Aajtak Ayodhya: अयोध्या में दूसरे दलों के नेताओं की दौड़ हमारी वैचारिक विजय हैः योगी आदित्यनाथ

आजतक की 'पंचायत' में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा, 'आज तो मैं काबुल नदी का जल लेकर राम जन्मभूमि में आया हूं. ये आयोजन हमारे लिए भारत की आस्था को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है.'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
aajtak.in
  • अयोध्या,
  • 31 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:42 PM IST
  • 'राम भारत की आस्था हैं, राम के बगैर भारत की कल्पना नहीं'
  • 'जिसने राम का विरोध किया, जनता ने उसे जीरो भी बना दिया'
  • माता कैकयी नहीं होतीं तो क्या राम भगवान होतेः सीएम योगी

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या में आयोजित आजतक की 'पंचायत' कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये हमारी वैचारिक विजय है कि जो लोग कल तक राम को काल्पनिक कहते थे, आज उन्होंने भी कहना शुरू कर दिया कि राम तो हमारे भी हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हमने राम का नाम गरीबों के काम के साथ जोड़कर आगे रखा है. राम का नाम हमारे लिए दीन-दुखी की सेवा का माध्यम है. सत्ता प्राप्ति का माध्यम नहीं है. ये हमारी वैचारिक विजय है कि जो लोग कल तक राम को काल्पनिक कहते थे, आज उन्होंने भी यह कहना शुरू कर दिया कि राम तो हमारे भी हैं. लेकिन हमने कब कहा कि राम तुम्हारे नहीं थे.'

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आजतक की 'पंचायत' में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने कभी भी राम को राजनीति से नहीं जोड़ा. राम भारत की आस्था हैं, राम के बगैर भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. ये त्रेता युग से हर व्यक्ति इस बात को जानता है. जो राम की शरण में गया, उसका उद्धार हुआ है और दुनिया के लिए हीरो बना है और जिसने राम का विरोध किया, उसकी दुर्गती भी हुई है और जनता ने उसको जीरो भी बना दिया है.

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काबुल नदी के जल का महत्व क्यों?

सीएम योगी ने यह भी कहा, 'आज तो मैं काबुल नदी का जल लेकर राम जन्मभूमि में आया हूं. ये आयोजन हमारे लिए भारत की आस्था को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है.' 

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आजतक के खास कार्यक्रम में काबुल नदी के जल का महत्व क्यों है? इस बारे में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि माता कैकयी उसी अफगानिस्तान से थीं. भगवान राम ने माता कैकयी को लेकर अपार सम्मान का भाव व्यक्त किया. माता कैकयी नहीं होती तो क्या राम भगवान होते. हम भवावेश से ऊपर उठकर सोचें कि माता कैकयी नहीं होतीं, तो क्या हम रामराज्य की बात कर पाते. उन्होंने कहा कि आतंक के साये में वहां बैठीं बेटियां भगवान श्रीराम के प्रति उनकी अटूट आस्था है. उस अटूट आस्था को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री ने मुझे अयोध्या भेजा.

'पंचायत' में रामराज्य की अवधारणा के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे लिए रामराज्य हर गरीब को मकान दिला देना, हर गरीब को शौचालय की सुविधा उपलब्ध करा देना, हर गरीब के घर में बिजली पहुंचा देना, हर माता के घर में सिलेंडर पहुंचा देना, हर गरीब को स्वास्थ्य बीमा का कवर दे देना है. हमारे लिए रामराज्य किसी भी दुख और दरिद्रता से एक आम नागरिक को दूर करने की अवधारणा है. 

 

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