
उत्तर प्रदेश को जल्द ही स्थायी पुलिस महानिदेशक यानी डीजीपी मिल सकता है. यूपी सरकार ने इसके लिए नामों की लिस्ट तैयार कर यूपीएससी को भेज दिया है. यूपी सरकार की ओर से जिन अधिकारियों के नाम भेजे गए हैं, उनमें 1987 बैच के मुकुल गोयल से लेकर 1992 बैच की आईपीएस अधिकारी नीरा रावत तक के नाम शामिल बताए जा रहे हैं.
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश शासन ने स्थायी डीजीपी की नियुक्ति के लिए यूपीएससी को प्रस्ताव भेज दिया है. भेजे गए प्रस्ताव में डीजी रैंक के 20 अफसरों के नाम शामिल हैं. जाकारी के मुताबिक यूपी सरकार ने अधिकारियों की जो लिस्ट यूपीएससी को भेजी है, उसमें डीजीपी पद से हटाए गए मुकुल गोयल का नाम भी शामिल है.
जानकारी के मुताबिक नियम के अनुसार मुकुल गोयल के नाम के साथ रिमार्क में यह भी लिखा गया है कि वह कब से कब तक डीजीपी रहे हैं और उनको क्यों हटाया गया. इसके अलावा जिन अधिकारियों के नाम सरकार ने यूपीएससी को भेजे हैं, उनमें आरके विश्वकर्मा, डीएस चौहान और आनंद कुमार तीन ऐसे अफसरों के भी नाम हैं जो यूपी में तैनात हैं.
इन तीनों ही अधिकारियों के रिटायरमेंट में छह महीने से अधिक का समय बाकी है. इनके अलावा जीएल मीणा जनवरी में रिटायर हो जाएंगे तो वही डीजी सीबीसीआईडी आरपी सिंह फरवरी में रिटायर होंगे. इस तरह ये दो ऐसे अधिकारी भी यूपी का डीजीपी बनने की रेस में हैं जिनकी छह महीने से भी कम की सेवा बची है.
गौरतलब है कि नए डीजीपी के लिए यूपी सरकार ने जिन आईपीएस अधिकारियों की लिस्ट यूपीएससी को भेजी है, उसमें उन अधिकारियों के नाम ही शामिल किए गए हैं जिन्होंने 30 साल की सेवा पूरी कर ली है. मुकुल गोयल को पद से हटाए जाने के बाद कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए देवेंद्र सिंह चौहान का नाम भी यूपी सरकार की सूची में है.
माना जा रहा है कि डीजीपी की रेस में मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान की दावेदारी काफी मजबूत है. बता दें कि यूपी सरकार ने इसी साल यानी 2022 में ही 11 मई को मुकुल गोयल को डीजीपी पद से हटा दिया था. इसके बाद 13 मई को देवेंद्र सिंह चौहान कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए थे.