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काशी से गरजे PM मोदी, विस्तारवादी ताकतों पर साधा निशाना, लोकल फॉर वोकल के लगवाए नारे, जानें बड़ी बातें

पीएम मोदी ने विपक्ष की पार्टियोंं पर निशाना साधते हुए कहा कि ''हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर. जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का ना. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें.''

वाराणसी में पीएम मोदी.(फोटो ट्विटर) वाराणसी में पीएम मोदी.(फोटो ट्विटर)
aajtak.in
  • वाराणसी,
  • 30 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:55 PM IST
  • चीन का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने साधा निशाना
  • विपक्ष को भी लिया आड़े हाथ

देव दीपावली के मौके पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने विस्तारवादी ताकतों पर निशाना साधा और लोगों से लोकल फॉर वोकल के नारे लगावाए. पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत ने विस्तारवादी ताकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ये दीपक उन सैनिकों के लिए जल रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए जान दी है.

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उन्होंने देश के सेना के जवानों को नमन किया. उन्होंने कहा कि चाहे सीमा पर घुसपैठ हो या फिर विस्तारवादी ताकतों का दुस्साहस हो, या देश के भीतर का कोई मोर्चा हो भारत आज सबका जवाब दे रहा है.

उन्होंने विपक्ष की पार्टियोंं पर निशाना साधते हुए कहा कि ''हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर. जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का ना. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें.''

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वोकल फॉर लोकल पर जोर

वोकल फॉर लोकल पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि, ''इस बार के पर्व इस बार की दीपावली जैसे मनाई गई, जैसे देश के लोगों ने लोकल प्रोडक्ट और लोकल गिफ्ट्स के साथ अपने त्योहार मनाए वो वाकई प्रेरणादाई है. लेकिन ये सिर्फ त्योहार के लिए नहीं, ये हमारी जिंदगी का हिस्सा बनने चाहिये.''

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किसानों को दिलाई गुरु नानक की याद

पीएम ने कहा कि आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं. लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सब कुछ ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है.

उन्होंने कहा कि,''पहले सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था. लेकिन अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है. ऐतिहासिक कृषि सुधारों के मामले में भी यही खेल खेला जा रहा है. ये वही लोग हैं जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है.''

विपक्ष पर साधा निशाना

राजघाट से PM मोदी ने कहा कि ''100 साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है. माता अन्नपूर्णा एक बार फिर अपने घर लौटकर वापस आ रही हैं. हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियां, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं. ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं, लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है.''

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पर्यटन को बढ़ाना देने की मांग पूरी!

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ''पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आपकी जो लंबे समय से मांग थी, वो पूरी हो गई है. लेजर शो में अब भगवान बुद्ध के करूणा, दया और अहिंसा के संदेश साकार होंगे. ये संदेश आज और भी प्रासंगिक होते जाते हैं. जब दुनिया हिंसा, अशांति और आतंक के खतरे देखकर चिंतित है.''

 

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