
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने बुधवार को यूपी के लखनऊ एयरपोर्ट पर अनशन पर बैठ गए. हालांकि बाद में मांग पूरी होने के बाद उन्होंने अनशन तोड़ दिया. दरअसल, उन्होंने आरोप लगाया था कि लखनऊ एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए आए उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया.
उनका कहना था कि वह सामाजिक कार्यक्रम के चलते यूपी आए हैं और उन्हें प्रयागराज, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और जौनपुर जाना था. आज (बुधवार) मुझे प्रयागराज जाना था लेकिन जो लोग उन्हें रिसीव करने आए थे. उनको लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मुकदमा दर्ज करने की कोशिश कर रही है. इसके चलते मुझे लगा जो मेरे बच्चे हैं अगर वह जेल में रहेंगे और मैं मुक्त रहूंगा यह ठीक नहीं होगा. इसीलिए मैं आज (बुधवार) को यहां अनशन पर बैठ गया हूं, मैंने जल भोजन त्याग दिया है.
उन्होंने कहा कि ''जब मैंने पुलिस वालों से पूछा तो उन्होंने कहा कि पीएमओ का आर्डर है. मैंने जब पीएमओ के ऑर्डर की मांग की तो पुलिसवालों ने ऑर्डर की कॉपी नहीं दी. पीएम के भाई का कहना था कि यह पीएमओ को बदनाम करने की कोशिश थी या फिर कोई और बात थी.'' जानकारी के मुताबिक उनके समर्थकों को धारा 144 के तहत गिरफ्तार किया गया था.
समर्थकों को छोड़े जाने के बाद प्रह्लाद मोदी ने अपना अनशन तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि ''जो लोग मुझे रिसीव करने आ रहे थे पुलिस ने उनकी धरपकड़ की. करीब 100 लोगों से ऊपर होंगे, जिनको पुलिस ने पकड़ा. मैंने सोचा जब तक यह लोग रिहा नहीं होंगे तब तक मुझे लखनऊ जाने का अधिकार नहीं. इसीलिए में धरने पर बैठ गया था लेकिन अभी मुझे समाचार मिला है कि जो जो लोग कस्टडी में थे, उनको रिहा कर दिया गया है. जो कस्टडी में थे उनका भी फोन आया कि हमें रिहा कर दिया गया है. इसलिए मैं अनशन समाप्त कर रहा हूं.''